Gonda Fraud: एयर होस्टेस बनना है तो फटाफट पैसे भेजो!, युवती से 515000 की ठगी, ‘इंडिगो’ विमानन कंपनी ने कहा- साक्षात्कार या भर्ती के लिए कोई शुल्क नहीं लेते
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 12, 2024 06:59 PM2024-08-12T18:59:14+5:302024-08-12T18:59:47+5:30
Gonda Fraud: पुलिस के मुताबिक, कोमल ने तीन लाख सात हजार रुपये सुशील तिवारी को फोन-पे के जरिए दिए, जबकि शेष धनराशि आरोपियों द्वारा बताए गए अन्य खातों में भेजी गई।
Gonda Fraud: गोंडा जिले में एक युवती को विमान परिचारिका के तौर पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे पांच लाख 15 हजार रुपये ठगने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी। जिले में खोंड़ारे थाना क्षेत्र के करनपुर की रहने वाली कोमल यादव (24) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कुछ दिन पहले जनता दर्शन में मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई थी कि अयोध्या निवासी हरीश तिवारी तथा गोंडा के गिन्नी बाजार निवासी सुशील तिवारी ने उसे विमान परिचारिका की नौकरी दिलाने के नाम पर पिछले वर्ष उससे कई बार में पांच लाख 15 हजार रुपये ठग लिये। पुलिस के मुताबिक, कोमल ने तीन लाख सात हजार रुपये सुशील तिवारी को फोन-पे के जरिए दिए, जबकि शेष धनराशि आरोपियों द्वारा बताए गए अन्य खातों में भेजी गई।
उसने बताया कि आरोपियों ने ‘इंडिगो’ विमानन कंपनी का फर्जी नियुक्ति पत्र एवं अन्य कागजात भेजकर कोमल को कार्यभार ग्रहण करने के लिए मुंबई बुलाया जहां पहुंचने पर उसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री से जनता-दर्शन में गुहार लगाई।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला पुलिस ने खोंड़ारे थाने में आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। धोखाधड़ी के मद्देनजर इंडिगो’ विमानन कंपनी की ओर से भेजे गये एक बयान में कहा गया कि वह विविध प्रतिभाओं को नियुक्त करने और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उसने कहा कि ‘‘धोखाधड़ी से बचने के लिए, कृपया ध्यान दें कि सभी वैध ‘ऑफर लेटर’ जिस ईमेल आईडी से भेजे जाएंगे उसके अंत में ‘गोइंडिगो डॉट इन’ दर्ज होगा। इसके अलावा, इंडिगो कभी भी साक्षात्कार या भर्ती के लिए कोई शुल्क नहीं लेते है।'' बयान में यह भी कहा गया कि, ''हम अपने विभिन्न ग्राहक संपर्क बिंदुओं पर इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।''