बोकारो में नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़, दो जवान घायल, सर्च अभियान जारी, अमेरिकन राइफल एफ-16 और 15 गोली बरामद
By एस पी सिन्हा | Published: February 11, 2021 02:46 PM2021-02-11T14:46:50+5:302021-02-11T14:48:01+5:30
झारखंड के बोकारो जिले के लुगू पहाड़ की तलहटी में बसे टूटीझरना गांव में यह हादसा हुआ. दोनों घायल जवान हेड कांस्टेबल सतेंद्र कुमार सिंह और विष्णु सिंह को मेडिका अस्पताल, रांची में भर्ती कराया गया है.
रांचीः झारखंड के बोकारो जिले के लुगू पहाड़ की तलहटी में बसे टूटीझरना गांव के पास जंगल में बुधवार की रात नक्सलियों की टोह में जुटी पुलिस बलों की नक्सली दस्ते से मुठभेड़ हो गई.
इस मुठभेड में सीआरपीएफ 154वीं बटालियन के दो जवान घायल हो गए हैं. दोनों घायल जवान हेड कांस्टेबल सतेंद्र कुमार सिंह और विष्णु सिंह को मेडिका अस्पताल, रांची में भर्ती कराया गया है. इस मुठभेड़ के दौरान सतेंद्र सिंह के पेट में दो गोलियां लगी हैं. गोली निकालने के लिए ऑपरेशन किया जा रहा है. जबकि विष्णु सिंह को बुलेट टच करके छाती के पास से निकल गई. दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है
प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात मुठभेड के बाद से इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. बोकारो डीआईजी प्रभात कुमार, एसपी चंदन कुमार झा, डीएसपी सहित सीआरपीएफ इलाके में कैंप कर रहे हैं. बताया जाता है कि जैसे ही जंगल में पुलिस को नक्सलियों ने देखा. वैसे ही सुरक्षा बलों पर उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की. जिन्हें रात में ही रांची के एक अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ और जिला पुलिस की टीम एलआरपी में निकली हुई थी.
देर रात होने के कारण पुलिस टीम टूटी झरना के पास आराम कर रही थी. इसी दौरान नक्सली दस्ता पुलिस पार्टी के सामने से गुजरने लगी. नक्सली दस्ते में 25 लाख का इनामी रिजनल कमांडर मिथिलेश यादव और जोनल कमांडर कारू यादव भी मौजूद था. पुलिस पार्टी को अचानक सामने देख नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
पुलिस टीम की ओर से भी जवाबी फायरिंग शुरू की
पुलिस टीम की ओर से भी जवाबी फायरिंग शुरू की. इसी दौरान एक नक्सली को पकडने के चक्कर में दो जवान घायल हो गए. पुलिस को भारी पडता देख नक्सली हथियार छोडकर भाग गए. सर्च ऑपरेशन के दौरान अमेरिकन राइफल एफ-16, 15 गोली, एक मैग्जीन बरामद किया है. इधर, पुलिस ने एंटी नक्सल ऑपरेशन को तेज कर दिया है और नक्सलियों की धर पकड़ के लिए घेराबंदी कर दी है.
सूत्रों के अनुसार वर्तमान में लुगू-झुमरा में सक्रिय बिरसेन मांझी उर्फ चंचल सक्रिय है और इसी के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई है. घटना के बाबत सीआरपीएफ के कमांडेंट कमलेंद्र कुमार ने कहा कि जल्द इस संदर्भ में जानकारी दी जायेगी. यहां बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही झुमरा के मुरपा के पास पहाड़ी से नक्सलियों के रोजमर्रा की कई सामाग्रियों को पुलिस ने जब्त किया था.
खूंटी में पुलिस बलों पर हमले की योजना बनाई गई थी
लुगू का उत्तर इलाका नक्सली कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है. इसी उतरी इलाके में पिंडरा, टूटीझरना, कारीपानी, लालगढ़, चोरपनिया व डाकासाड़म में नक्सली हलचल की खबरें आती रहती हैं. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाकपा माओवादियों के द्वारा खूंटी में पुलिस बलों पर हमले की योजना बनाई गई थी.
एनआईए की हत्या की षडयंत्र में जुटे सशस्त्र भाकपा माओवादी कैडर बिरसा मुंडा ने पूछताछ के दौरान अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस बलों पर हमले के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक रखने की जानकारी एनआईए को दी थी.
बुधवार को एनआईए ने बिरसा की सूचना पर चलाये गए सर्च के दौरान हाई-ग्रेड एक्सप्लोसिव और कॉर्डटेक्स वायर बरामद किया. एनआईए ने खूंटी जिले के जिलिंगकेल में कोरंगबुरु पहाड़ी के घने जंगल में तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान 100 मीटर कॉर्डटेक्स वायर और 126 जिलेटिन स्टिक (15 किलोग्राम) बरामद किया.