घर में घुसकर राजद नेता के परिवार पर हमला, पिता-मां और भाई की हत्या, जदयू विधायक सहित 4 पर आरोप, तेजस्वी यादव ने खोला मोर्चा
By एस पी सिन्हा | Published: May 25, 2020 05:28 PM2020-05-25T17:28:35+5:302020-05-25T17:28:35+5:30
गोलीबारी की इस घटना में राजद नेता के 70 वर्षीय वृद्ध पिता और 65 वर्षीय मां और मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक भाई गंभीर रूप से घायल हो गए. इसमें से एक भाई की आज सुबह पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में मौत हो गई.
पटनाः बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के रूपनचक गांव में राजद नेता जेपी चौधरी के परिवार के चार सदस्यों को सरेआम गोलियों से भून दिया गया.
गोलीबारी की इस घटना में राजद नेता के 70 वर्षीय वृद्ध पिता और 65 वर्षीय मां और मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक भाई गंभीर रूप से घायल हो गए. इसमें से एक भाई की आज सुबह पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में मौत हो गई.
घायल राजद नेता का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है. इस पूरे मामले में जदयू के दबंग विधायक पप्पू पांडेय का नाम सामने आ रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराधियों ने घर के बाहर बैठे राजद नेता जेपी चौधरी और उनके परिजनों पर रविवार की देर शाम अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी.
हत्यारों ने 70 साल के महेश चौधरी और उनकी बूढ़ी पत्नी संकेतिया देवी पर गोलियां बरसा कर दोनों को वहीं मार डाला. जबकि एक भाई शांतनु चौधरी की आज सुबह पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मौत हो गई.
गोलीबारी में घायल राजद नेता जेपी चौधरी की हालत भी बेहद नाजुक है. वे भी पीएमसीएच में भर्ती हैं. उनके बयान पर कुचायकोट के जनता दल यूनाइटेड विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, विधायक के बडे़ भाई सतीश पांडेय व पुत्र जिला पार्षद मुकेश पांडेय के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की गई है.
घटना को चुनावी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है. राजद जिला अध्यक्ष राजेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि जेपी यादव कुछ महीने पहले पार्टी में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि गोपालगंज में तीन लोगों के सामूहिक नरसंहार के बाद पूरी सरकार, पुलिस और कानून के राज को सांप सूंघ गया है.
पीड़ित चीख चीख कर कह रहे हैं कि इस घटना को जदयू के विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय और उनके भाई-भतीजों ने अंजाम दिया है. लेकिन पूरी सरकार और पुलिस को जैसे लकवा मार गया है. ये पहला मामला नहीं है जब विधायक अमरेंद्र पांडेय पर बेहद संगीन आरोप लगे हैं, लेकिन पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाई.
बताया जाता है कि गोलीबारी में घायल हुए जेपी चौधरी और उनके भाई ने कल शाम ही पुलिस को बताया कि कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, विधायक के बड़े भाई सतीश पांडेय और उवके बेटे जिला पार्षद मुकेश पांडेय ने इस घटना को अंजाम दिया.
घायलों ने बताया कि पहले ही विधायक पप्पू पांडेय ने अंजाम भुगतने की धमकी दी थी और इसे पूरा कर दिखाया. लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. पीड़ित परिवार की मानें तो ये मामला राजनीतिक रंजिश का है. ऐसे में राजद नेताओं ने आरोप लगाया है कि गोपालगंज में हुए इस नरसंहार के 24 घंटे बाद भी पुलिस खामोश है.
पुलिस ने अब तक विधायक या विधायक के भाई-भतीजों से पूछताछ तक नहीं की है. वैसे ये पहला मामला नहीं है जब जदयू के बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडेय के सामने नीतीश का कानून का राज नतमस्तक हो गया है. अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के खिलाफ पिछले कुछ सालों में लगे संगीन आरोप लगे, प्राथमिकी दर्ज हुई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
बताया जाता है कि दो साल पहले विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. पटना के कोतवाली थाने के नजदीक उदय गिरि अपार्टमेंट के निवासी और साज इंफ्राकॉन प्रोजेक्ट सड़क निर्माण कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल ने आरोप लगाया था कि विधायक ने उन्हें शास्त्री नगर स्थित एमएलए फ्लैट संख्या 81/40 पर बुलाकर गोपालगंज में सड़क निर्माण का काम शुरू करने के एवज में रंगदारी मांगी.
विधायक ने पैसे नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी. मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई. लेकिन विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, गोपालंगज में बीजेपी के नेता शिव कुमार उपाध्याय ने विधायक पप्पू पांडेय पर हथियार की नोंक पर जान मारने की धमकी देने औऱ मारपीट का आरोप लगाया.
पुलिस ने भाजपा नेता की शिकायत के तीन दिनों बाद प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.इससे पहले गोपालगंज के हथुआ प्रखंड मुख्यालय में कारोबार करने वाले अनिल साह की हत्या कर दी गई थी. अनिल साह की हत्या के मामले में विधायक पप्पू पांडेय, उनके पिता रामाशीष पांडेय. बहनोई जलेश्वर पांडेय समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
अनिल साह के परिजनों का आरोप था कि विधायक ने 50 लाख रूपये रंगदारी में मांगे थे. पैसे नहीं मिले तो इस घटना को अंजाम दिया गया. इस मामले में विधायक का कुछ नहीं बिगडा. इसी दौरान गोपालगंज के एक सरकारी पदाधिकारी की पत्नी ने भी विधायक पर सनसनीखेज आरोप लगाया. सरकारी पदाधिकारी जावेद अख्तर की पत्नी ने कहा था कि विधायक पप्पू पांडेय ने उनके पति का अपहरण कर लिया था और फिरौती में 55 लाख रुपये वसूले थे.
तेजस्वी प्रसाद यादव और उनकी पार्टी राजद ने नीतीश कुमार को घेरा
इसबीच, गोपालगंज में कल हुई वीभत्स घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और उनकी पार्टी राजद ने नीतीश कुमार को घेरा है. राजद ने कहा है कि नीतीश कुमार द्वारा संरक्षित गुंडे नरसंहार की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है कि “माननीय मुख्यमंत्री जी अगर प्रतिदिन 5 घंटे चुनावी तैयारियों के मध्य यदि कुछ समय मिले तो कृपया सूबे की विधि-व्यवस्था पर भी गौर फरमाइयेगा. आपका विधायक गोपालगंज हत्याकांड में सम्मिलित है. कल रात गोपालगंज में हुए इस निर्मम हत्याकांड हत्याकांड में कठोर से कठोर कार्रवाई अपेक्षित है.”