बिहार: महिला डॉक्टर को व्हाट्सएप पर भेजता था अश्लील मैसेज, प्रभारी समेत दो डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज
By एस पी सिन्हा | Published: September 24, 2018 12:01 AM2018-09-24T00:01:49+5:302018-09-24T00:01:49+5:30
अश्लील मैसेज पोस्ट करने के आरोप में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत दो चिकित्सकों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी मांझी थाने में दर्ज कराई गई है। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पटना, 23 सितंबर: बिहार के छपरा में चिकित्सक समुदाय को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मांझी में महिला चिकित्सा पदाधिकारी के व्हाट्सएप पर चिकित्सकों के द्वारा अश्लील मैसेज भेजने की घिनौनी हरकत करने का मामला आज सामने आया है।
अश्लील मैसेज पोस्ट करने के आरोप में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत दो चिकित्सकों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी मांझी थाने में दर्ज कराई गई है। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस इस मामले में आईटी सेल से भी जांच करा रही है। महिला चिकित्सा पदाधिकारी ने आरोप लगाया है कि सरकारी वहाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमें सरकारी आदेश-निर्देश, सूचना देना है। लेकिन, इस ग्रुप में डा रोहित के द्वारा अश्लील मैसेज पोस्ट किया जाने लगा।
इसका विरोध करने के बावजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा। हेमंत पांडेय ने दोषी चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस वजह से ग्रुप के अन्य सदस्य भी अश्लील मैसेज व द्विअर्थी मैसेज भेजने लगे।
इसका महिला चिकित्सा पदाधिकारी ने विरोध किया तो वे लोग ग्रुप से लेफ्ट हो गये। लेकिन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने उन कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। द्विअर्थी मैसेज व अश्लील मैसेज भेजने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए पुनः ग्रुप में जोड दिया गया।
चिकित्सकों व कर्मचारियों के द्वारा महिला मर्यादा को भंग करने का विरोध करने के कारण महिला चिकित्सा पदाधिकारी को प्रताडित करना शुरू कर दिया गया। बाथरूम में ताला बंद कर रखा जाता है। बाथरूम की चाबी मांगने पर कारण पूछा जाता है।
महिला चिकित्सा पदाधिकारी की ड्यूटी के दौरान गार्ड को हटा दिया जाता है। इस प्रताडना से तंग आकर महिला चिकित्सा पदाधिकारी ने कई बार प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से शिकायत की। लेकिन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अब जब मामला थाने में पहुंच गया है तो चिकित्सकों व कर्मचारियों की बेचैनी बढ गई है।वहीं, इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मांझी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डा हेमंत पांडेय ने कहा कि व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील मैसेज डा रोहित के द्वारा पोस्ट किया गया था।
यह एमओ मांझी के नाम से बनाया गया है। ऐसा करने के बाद ग्रुप से लेफ्ट हो गये थे। जिन्हें बाद में जोड दिया गया। मैं इस ग्रुप का एडमिन हूं।
जबकि मांझी थाना के थानाध्यक्ष, अनुज कुमार पांडेय ने कहा है कि सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील मैसेज पोस्ट करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और इसकी जांच की जा रही है।
इस मामले में आईटी सेल से भी जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इस मामले को काफी गंभीरता से लिया गया है।