शेयर कारोबार घोटाला मामला: STF को बड़ी कामयाबी, जालसाजी में अभिनेत्री, उनके पति गिरफ्तार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 12, 2024 02:04 PM2024-09-12T14:04:54+5:302024-09-12T14:44:51+5:30
अभिनेत्री एवं कोरियोग्राफर ने कुछ स्थानीय टेलीविजन चैनलों को एक वीडियो संदेश भेज कर दावा किया था कि वह आत्मसमर्पण करेंगी और पुलिस के साथ पूरा सहयोग करेंगी। कंपनी के मालिक फुकन ने कथित रूप से निवेशकों को धोखा दिया था।
गुवाहाटी: करोड़ों रुपए के ऑनलाइन शेयर कारोबार घोटाले में गुरुवार को विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा हिरासत में ली गईं असमिया अभिनेत्री, कोरियोग्राफर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सुमी बोरा एवं उनके पति को डिब्रूगढ़ में पुलिस के हवाले कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) राकेश रेड्डी ने यहां पत्रकारों से कहा, "एसटीएफ (STF) ने उन्हें डिब्रूगढ़ सदर थाने में दर्ज शेयर कारोबार घोटाले से संबंधित मामले को लेकर पुलिस को सौंपा।" उन्होंने कहा कि पुलिस आगे की जांच करेगी और बोरा और उनके पति तार्किक बोरा का विस्तृत बयान दर्ज करेगी, दोनों पिछले 11 दिन से फरार थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने इससे पूर्व मीडिया को बताया था कि एसटीएफ ने उन्हें डिब्रूगढ़ में हिरासत में लिया और उन्हें पुलिस को सौंप दिया जाएगा। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जी. पी. सिंह ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर दोनों की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा था, "उनका खेल खत्म हुआ। टीम एसटीएफ को बधाई।"
इस तस्वीर में दोनों के चेहरे पर मास्क लगा हुआ था। डीजीपी ने हालांकि दोनों के नाम का जिक्र नहीं किया। मामले के मुख्य आरोपी 22 वर्षीय विशाल फुकन की गिरफ्तारी के बाद दंपति एवं चार अन्य को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन वे पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए। इसके बाद इन सभी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था।
अभिनेत्री एवं कोरियोग्राफर ने कुछ स्थानीय टेलीविजन चैनलों को एक वीडियो संदेश भेज कर दावा किया था कि वह आत्मसमर्पण करेंगी और पुलिस के साथ पूरा सहयोग करेंगी। कंपनी के मालिक फुकन ने कथित रूप से निवेशकों को धोखा दिया था।
फुकन को पिछले सप्ताह उसके मैनेजर के साथ डिब्रूगढ़ से गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि फुकन ने कथित तौर पर बोरा पर खूब पैसा खर्च किया था, जिसमें राजस्थान के उदयपुर में उनकी हाई-प्रोफाइल शादी भी शामिल थी। आरोपों के संबंध में जांच का जिम्मा अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने संभाला और विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया।