असम मॉब लिंचिंग मामले में 16 गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर पुलिस की कड़ी नजर
By भाषा | Published: June 10, 2018 07:36 PM2018-06-10T19:36:36+5:302018-06-10T19:36:36+5:30
असम के पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाला व्यक्ति भी शामिल है।
गुवाहाटी , दस जून (भाषा) असम के कार्बी आंगलांग जिले में दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या के सिलसिले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
असम के पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाला व्यक्ति भी शामिल है। उसने अफवाह फैलायी थी कि बच्चा चोर असम में घुस चुके हैं।
सैकिया ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश अग्रवाल जांच की निगरानी कर रहे हैं वहीं एडीजीपी हरमीत सिंह को सोशल मीडिया की अफवाहों पर कड़ी नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि सोशल मीडिया की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और अगर वे इस तरह का कोई पोस्ट देखते हैं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस ने कुछ टेलीफोन नंबर जारी किए हैं जिनके माध्यम से लोग उनसे संपर्क कर सकते हैं। वे नजदीकी थाने , पुलिस अधीक्षक या गुवाहाटी में पुलिस मुख्यालय को भी सूचित कर सकते हैं।
डीजीपी ने कहा कि साइबर क्षेत्र काफी बड़ा है जिसकी निगरानी के लिए ज्यादा लोगों की आवश्यकता है और मुख्य सचिव टी . वाई . दास ने सोशल मीडिया की निगरानी के लिए और लोगों को इस कार्य में लगाने की मंजूरी दी है।
संवाददाता सम्मेलन में मुख्य सचिव भी मौजूद थे।
यह पूछने पर कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स के दूसरे मसौदा के 30 जून को प्रकाशित होने से पहले क्या बाहरी ताकतें अफवाह फैला रही हैं तो डीजीपी ने कहा कि इस समय कुछ भी कहना संभव नहीं है लेकिन जांच में हर बिंदु को शामिल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए विशेष गश्त की जा रही है और खासकर साप्ताहिक रविवार बाजार में गश्त बढ़ा दी गई है।
गौरतलब है कि असम के कार्बी आंगलांग जिले में पिकनिक मनाकर लौट रहे दो लोगों को ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट - पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस जघन्य घटना के लिए सोशल मीडिया पर दहशत फैलाने का आरोप लगाया था।