IPL स्पॉट फिक्सिंग: सुप्रीम कोर्ट का निर्देश, श्रीसंत के बैन पर जुलाई तक हाई कोर्ट सुनाए फैसला

दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत और दो अन्य खिलाड़ियों अजित चंदीला तथा अंकित चव्हाण को 2013 में आईपीएल के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था।

By भाषा | Published: May 15, 2018 04:12 PM2018-05-15T16:12:43+5:302018-05-15T16:14:50+5:30

sreesanth ipl spot fixing issue supreme court says high court to decide appeal till july | IPL स्पॉट फिक्सिंग: सुप्रीम कोर्ट का निर्देश, श्रीसंत के बैन पर जुलाई तक हाई कोर्ट सुनाए फैसला

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नई दिल्ली, 15 मई: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट से कहा कि सनसनीखेज आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत सहित कई खिलाड़ियों को आरोप मुक्त करने के निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दायर अपील का जुलाई के अंत तक फैसला किया जाये। 

श्रीसंत ने केरल हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने श्रीसंत पर आजीवन खेलने पर प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध को केरल हाई कोर्ट ने सही ठहराया था।  चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए. एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति धनंजय वाई चन्द्रचूड़ की खंडपीठ ने कहा कि वह क्रिकेट खिलाड़ी की क्रिकेट खेलने की उत्सुकता को समझती है परंतु निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दिल्ली पुलिस की अपील पर हाई कोर्ट के निर्णय का इंतजार करेगी। (और पढ़ें- टी20 के बाद 100 गेंदों वाला क्रिकेट! इंग्लैंड में नए फॉर्मेट पर शुरू हुई बहस)

श्रीसंत ने अंतरिम निर्देश देने का अनुरोध किया कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में आरोप मुक्त किये जाने के तथ्य के मद्देनजर उसे इंग्लिश काउन्टी क्रिकेट में खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए। श्रीसंत का कहना है कि वह चार साल से इस प्रतिबंध का दंश सह रहा है। दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत और दो अन्य खिलाड़ियों अजित चंदीला तथा अंकित चव्हाण को 2013 में आईपीएल के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। 

केरल हाई कोर्ट की एकल पीठ ने पिछले साल सात अगस्त को श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटा लिया था लेकिन हाई कोर्ट की खंडपीठ ने क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड की अपील पर श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध फिर से बहाल कर दिया था। स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत, चव्हाण और चंदीला सहित सभी 36 आरोपियों को जुलाई 2015 में निचली अदालत ने आरोप मुक्त कर दिया था।  हालांकि बोर्ड ने इस फैसले के बावजूद अपना अनुशासनात्मक निर्णय बदलने से इंकार कर दिया था। (और पढ़ें- IPL: कोहली के नाम वाली टी-शर्ट पहने अनुष्का शर्मा ने किया खास ट्वीट, फिर RCB कप्तान ने दिया ये जवाब)

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