नई दिल्ली, 9 जून: टीम इंडिया ने जब 2011 में वर्ल्ड कप जीता तो कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी की खूब तारीफ हुई। खासकर धोनी के फाइनल में युवराज से पहले बैटिंग करने के लिए उतरने के फैसले को खूब सराहा गया। धोनी अक्सर अपनी चौंकाने वाले फैसलों से विपक्षी टीम को पशोपेश में डालते रहे हैं। फाइनल में भी उन्होंने युवराज सिंह से पहले उतरने का फैसला कर सभी को चौंका दिया। धोनी ने उस मैच में नाबाद 91 रन बनाए और युवराज सिंह (नाबाद 27) के साथ खेलते हुए टीम को चैम्पियन बनाया।
इस पूरी कहानी में एक नया दिलचस्प खुलासा हुआ है। उस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा रहे वीरेंद्र सहवाग ने एक वेब शो में बताया कि दरअसल धोनी को पहले उतरने की सलाह सचिन तेंदुलकर ने दी थी। (और पढ़ें- अपने पहले वनडे में शतक जड़ने वाले इस ओपनर ने लिया क्रिकेट से संन्यास)
वेब शो 'व्हाट द डक' में सचिन के साथ नजर आए सहवाग ने कहा, 'हम और सचिन ड्रेसिंग रूम में बैठे थे और बातें कर रहे थे। तभी एम. एस धोनी आए। उस समय विराट कोहली और गौतम गंभीर बैटिंग कर रहे थे। तो सचिन ने कहा कि एम.एस अगर राइटी आउट होता है तो राइटी बल्लेबाज जाना चाहिए और अगर लेफ्टी आउट होता है तो बाएं हाथे के बल्लेबाज को भेजना। इतना कह कर सचिन वॉश रूम चले गए। और फिर कोहली आउट हुए और उनकी जगह एम एस धोनी बैटिंग के लिए चले गए।'
सहवाग के अनुसार, 'उस समय जबकि युवराज नंबर-4 पर अच्छी बैटिंग कर रहे थे और ज्यादा रन बना रहे थे। तो वो भी इनकी (सचिन) ही सलाह थी। वह पहला मैसेज था जो सचिन ने सीधे धोनी को दिया नहीं तो इससे पहले तो लाला (मुझसे) से होते हुए एम एस के पास मैसेज पहुंचता था। और रिजल्ट सबके सामने है।'
बता दें कि सचिन ने वर्ल्ड कप के कुछ महीनों बाद 2012 के मार्च में वनडे से संन्यास ले लिया था। इसके बाद 2013 में इस दिग्गज खिलाड़ी ने टेस्ट को भी अलविदा कह दिया। सचिन और सहवाग ने भारत के लिए 93 मैचों में ओपनिंग की और 42.13 की औसत से 3,919 रन बनाए। इस दौरान दोनों के बीच 12 बार शतकीय और 18 बार अर्धशतकीय साझेदारी हुई। (और पढ़ें- दो साल के बच्चे की बैटिंग में दिखी गांगुली-युवराज की झलक, वायरल वीडियो ने मचाया तहलका)