भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन मंगवाए। बीसीसीआई के इस फैसले से रमेश पवार के लिए रास्ते लगभग बंद हो गए हैं, जो हाल के दिनों में स्टार बल्लेबाज मिताली राज के साथ जुबानी जंग की वजह से विवादों के घेरे में हैं।
पवार पिछले हफ्ते महिला टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल से मिताली राज को बाहर रखने के बाद से उनके साथ जुबानी जंग में उलझे रहे और यही उनके बीसीसीआई का विश्वास खोने की वजह बन गया।
अब महिला क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए कई चर्चित दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस रेस में डेव व्हॉटमोर, वेंकटेश प्रसाद और टॉम मूडी जैसे बड़े नाम आगे चल रहे हैं। हालांकि बीसीसीआई इस बार कोच की नियुक्ति में ज्यादा ऐहतियात बरतेगी क्योंकि वह नहीं चाहती कि उसे पवार और मिताली के विवाद जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा।
महिला टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में मिताली राज को लगातार दो मैचों में अर्धशतक जमाने के बावजूद ड्रॉप कर दिया गया था। इससे पैदा हुए विवाद के बाद मिताली राज ने बीसीसीआई को लिखे खत में कोच रमेश पवार और सीईओ डायना एल्डुजी पर उन्हें अपमानित करने का और करियर बर्बाद करने का आरोप लगाया था।
इसके जवाब में पवार ने बीसीसीआई को लिखे खत में मिताली राज पर टीम हित से ज्यादा अपने रिकॉर्ड के लिए खेलने, कोच को ब्लैकमैल करने और टीम का मौहाल खराब करने का आरोप लगाया था।
पवार को इस साल अगस्त में तुषार अरोठे के इस्तीफे के बाद भारतीय महिला टीम का कोच बनाया गया था। तुषार ने सीनियर महिला खिलाड़ियों के साथ मतभेद की खबरों के बीच कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। बीसीसीआई ने इस बार कोच पद के चयन के लिए जो पैमाना रखा है उसके मुताबिक उम्मीदवार के पास कम से कम एक सीजन किसी इंटरनेशनल टीम की कोचिंग का अनुभव होना चाहिए या फिर दो सीजन किसी टी20 फ्रेंचाइजी के कोचिंग का अनुभव होना चाहिए।