तेंदुलकर ने बताया 'टीम भावना' का अभाव, सौरव गांगुली से सुधार की उम्मीद

By भाषा | Published: November 26, 2019 5:11 PM

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चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का मानना है कि दलीप ट्रॉफी में खिलाड़ियों का ध्यान टीम से अधिक व्यक्तिगत प्रदर्शन पर रहता है और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को इसमें बदलाव करना चाहिये। 

तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि गांगुली दलीप ट्राफी को देखें। यह ऐसा टूर्नामेंट है कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन और अगले टूर्नामेंट पर ज्यादा फोकस करते हैं और उसी के अनुसार खेलते हैं।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आईपीएल की नीलामी है या टी20 टूर्नामेंट या वनडे है तो खिलाड़ी उसी तरह से खेलते हैं। वे टीम के लिये नहीं खेलते। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।’’ 

दलीप ट्रॉफी पांच टीमों का क्षेत्रीय टूर्नामेंट था लेकिन अब इसमें इंडिया ब्लू, इंडिया ग्रीन और इंडिया रेड टीमें राउंड रॉबिन प्रारूप में खेलती हैं। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं इसमें बदलाव देखना चाहता हूं क्योंकि क्रिकेट हमेशा से टीम का खेल रहा है। यह टीम भावना और एक टीम के रूप में साथ खेलने को लेकर है। इसमें व्यक्तिगत प्रदर्शन पर फोकस नहीं रहना चाहिये।’’ उन्होंने कहा कि इसे रणजी ट्रॉफी फाइनल के तुरंत बाद खेला जाना चाहिये और उन चार टीमों के बीच होना चाहिये जो सेमीफाइनल तक पहुंची हैं और पूरा सत्र साथ में खेलती हैं। 

उन्होंने कहा ,‘‘ शीर्ष चार रणजी टीमों के साथ दो और टीमें इसमें हों क्योंकि ऐसी कई टीमें होंगी जिनमें प्रतिभाशाली खिलाड़ी होंगे लेकिन क्वालीफाई नहीं कर पाती। अंडर 19, अंडर 23 अलग अलग टीमों से इन खिलाड़ियों को लिया जा सकता है।’’

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