क्रिकेट के खेल में अक्सर फैंस अपनी टीमों के समर्थन के लिए कई तरीके अपनाते हैं। दुनिया भर की टीमों के फैंस अपने-अपने तरीके से अपनी टीमों का मनोबल बढ़ाते दिख जाते हैं। इंग्लैंड की प्रसिद्ध बर्मी आर्मी से लेकर महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के फैन सुधीर चौधरी अपने-अपने अंदाज में टीमों का समर्थन करते हैं। लेकिन दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच पोर्ट एलिजाबेथ में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दौरान स्टेडियम में मौजूद ब्रास बैंड को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
दरअसल मैच के दूसरे दिन शनिवार को अंपायरों ने घरेलू टीम के समर्थन के लिए स्टेडियम में मौजूद ब्रास बैंड को ज्यादा शोर की वजह से चुप रहने को कह दिया गया था। ये घटना लंच के बाद हुई और फील्ड अंपायरों कुमार धर्मसेना और सुदंरराम रवि ने बैंड को खामोश रहने के लिए कह दिया था क्योंकि उन्हें सुनने में दिक्कत आ रही थी। इस बैंड को चुप कराने के लिए अंपायरों ने कई बार खेल रोका।
लेकिन बैंड खामोश नहीं हुआ, जिसके बाद खेल के आखिरी सत्र में मैच रेफरी जेफ क्रो खुद मैदान में उतरे और खिलाड़ियों और अंपायरों से बात की। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा फैंस को इस बात के कई संदेश भिजवाए गए कि जब गेंदबाज दौड़ना शुरू करे तो वह शांत रहें। इसके बाद खेल में एक समय ऐसा आया जब बैंड कुछ देर के लिए खामोश हो गया लेकिन थोड़ी देर बाद ही उसने फिर से अपनी तान बिखेरनी शुरू कर दी। (पढ़ें: SA Vs AUS: वॉर्नर की पत्नी को लेकर डि कॉक ने क्या कहा था, क्रिकेट साउथ अफ्रीका की 'माफी' से हुआ खुलासा!)
बैंड के ट्रेजरर कोले इनग्राम ने रेडियो स्टेशन SEN से कहा, 'अंपायर कह रहे हैं कि वह हमारी वजह से बिल्कुल भी नहीं सुन पा रहे हैं। अंपायर चाहते थे कि हम बाजा बजाना बंद कर दें। हमने सुबह मैच अधिकारियों से बात की थी और ये स्पष्ट था कि वह हमसे क्या चाहते हैं, लेकिन अब अचानक अंपायर कह रहे हैं कि हम शांत हो जाएं।'
(पढ़ें: दूसरा टेस्ट: डिविलियर्स ने आक्रामक हाफ सेंचुरी जमाई, दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया पर बढ़त बनाई)ब्रास बैंड पोर्ट एलिजाबेथ स्थित सेंट जॉर्ज मैदान पर दो दशकों से आता रहा है। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब उन्हें मैच के दौरान शांत रहने को कहा गया है। इस घटना पर कई पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों ने नाराजगी जताई है। पूर्व दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर मार्क बाउचर ने ट्विटर पर लिखा कि अगली बार जब ईडन गार्डंस में एक लाख दर्शक शोर मचाएंगे, तब भी क्या अंपायर खेल रोकेंगे, ये अजीबोगरीब है।
वहीं पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने भी इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा, 'आप कई बार क्रिकेट का खेल देखते हैं और अपने बाल नोंचते हैं, क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं होता है।'