Highlightsपाकिस्तान के खिलाफ सचिन ने लगाया था पहला अर्धशतक तब उनकी उम्र केवल 16 साल और 214 दिन की थी सबसे कम उम्र में टेस्ट अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं सचिन
नई दिल्ली: क्रिकेट के भगवान, मास्टर-ब्लास्टर, रिकॉर्डों के बादशाह और भी न जाने नामों से नवाजे गए सचिन तेंदुलकर आज 24 अप्रैल को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए हुए भी उन्हें करीब 10 साल हो जाएंगे। अपने करियर में सचिन ने इतने रिकॉर्ड बनाएं हैं और उनसे जुड़े इतने किस्से हैं जिन्हें बताने के लिए किताब भी कम पड़ जाए। इसलिए हम आपको सचिन से जुड़ा एक खास किस्सा बताने जा रहे हैं। ये तब की बात है जब सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर का पहला अर्धशतक लगाया था। इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वकार यूनुस ने जो कहा था कि पहली नजर में उसने मुझे ऐसा नहीं लगने दिया कि वह महान सचिन तेंदुलकर बनने जा रहा है।
24 नवंबर 1989, पाकिस्तानी टीम के खिलाफ भारतीय टीम फैसलाबाद में टेस्ट मैच मैच खेल रही थी। सचिन ने फैसलाबाद टेस्ट मैच से ठीक पहले कराची के मैदान पर हुए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। फैसलाबाद टेस्ट में सचिन बल्लेबाजी करने तब आए थे जब भारतीय टीम के 4 विकेट 38 रन पर गिर गए थे। इसके बाद सचिन तेंदुलकर और संजय मांजरेकर बीच पांचवें विकेट के लिए 143 रनों की साझेदारी हुई। सचिन ने 59 रनों की इस पारी में कुल 172 गेंदों का सामना किया था और कुल चार चौके लगाए थे। जब सचिन ने ये पारी खेली थी तब उनकी उम्र केवल 16 साल और 214 दिन की थी और वह इस पारी के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए थे। सचिन का यह रिकॉर्ड आज भी कायम है। यह टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
सालों बाद इस सीरीज में सचिन की बल्ललेबाजी के बारे में बात करते हुए वकार यूनुस ने विजडन के एक पॉडकास्ट ‘द ग्रेटेस्ट राइवलरी’ में कहा था, "उस सीरीज में सियालकोट में आखिरी टेस्ट के दौरान वह ग्रीन टॉप विकेट पर अर्धशतक (57) जड़ने में कामयाब रहा। इस पारी के दौरान शुरू में ही उसे नाक पर गेंद लगी। 16 साल का बच्चा, चोट के बाद बिल्कुल पीला-सा पड़ गया था, लेकिन बहुत दृढ़ था।"
वकार यूनुस ने आगे कहा, "मुझे याद है कि सिद्धू उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। दोनों ने दोबारा तैयार होने में पांच-सात मिनट लिए और फिर से तैयार हो गए। सचिन ने फिफ्टी पूरी की। पहली नजर में उसने मुझे ऐसा नहीं लगने दिया कि वह महान सचिन तेंदुलकर बनने जा रहा है। उसके बाद के वर्षों में उसने जो किया वह अद्भुत है। मैदान पर मैदान से बाहर भी। उस समय मुझे नहीं पता था कि वह क्रिकेट में इतना बड़ा नाम होगा। लेकिन उन्हें उनकी मेहनत की कीमत मिल गई थी।"
सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट मैच और वनडे मैचों को मिलाकर कुल 663 अंतराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने टेस्ट में 51 और वनडे मैचों में 49 शतक बनाए। सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 100 शतक लगाए हैं। इसके अलावा भी कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जिन्हें तोड़ना दुनिया के हर क्रिकेटर का सपना होता है।