गैरी कर्स्टन पहली पसंद होने के बावजूद क्यों नहीं बने भारतीय महिला टीम के कोच, जानें क्या है कारण

भारतीय महिला टीम के कोच पद के लिए गैरी कर्स्टन ऐड हॉक कमिटी की पहली पसंद थे, लेकिन इसके बावजूद डब्ल्यूवी रमन को कोच बनाया गया।

By सुमित राय | Published: December 21, 2018 10:48 AM2018-12-21T10:48:53+5:302018-12-21T10:48:53+5:30

Reason why Gary Kirsten was not appointed Indian Women Cricket Team Coach | गैरी कर्स्टन पहली पसंद होने के बावजूद क्यों नहीं बने भारतीय महिला टीम के कोच, जानें क्या है कारण

गैरी कर्स्टन

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टीम इंडिया के पूर्व ओपनर डब्ल्यूवी रमन को भारतीय महिला टीम का नया कोच नियुक्त किया गया है। रमन ने कोच पद की रेस में टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद जैसे बड़े नामों समेत 28 उम्मीदवारों को पीछे छोड़कर यह पद हासिल किया। इस पद के लिए गैरी कर्स्टन ऐड हॉक कमिटी की पहली पसंद थे, लेकिन इसके बावजूद डब्ल्यूवी रमन को कोच बनाया गया।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय महिला टीम के कोच के लिए ऐड हॉक कमिटी में शामिल कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और एस रंगास्वामी की पहली पसंद टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन थे, लेकिन इसके बावजूद डब्ल्यूवी रमन को यह पद दिया गया।

रिपोर्ट के अनुसार, गैरी कर्स्टन मौजूदा समय में आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य कोच हैं और वो इस पद को नहीं छोड़ना चाहते हैं। इस कारण उनको भारतीय महिला टीम का मुख्य कोच नहीं बनाया गया।

गैरी कर्स्टन जब कोच थे, तभी भारतीय पुरुष टीम ने 2011 विश्व कप जीता था। वह 2008 से 2011 तक तीन वर्षों के लिए भारतीय टीम के मुख्य कोच रहे थे। इसके बाद उन्होंने 2011 से 2013 तक दक्षिण अफ्रीका को कोचिंग दी। वह इस समय इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य कोच हैं।

साल 2017 में बीसीसीआई ने यह स्पष्ट कर दिया था कि बोर्ड की टीमों से जुड़े लोगों को आईपीएल टीमों को कोचिंग देने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस बदलाव के बाद राहुल द्रविड़ ने दिल्ली डेयरडेविल्स में अपना कोच का पद छोड़कर नियमित रूप से भारत ए और अंडर-19 के मुख्य कोच पद संभालने का फैसला किया था।

द्रविड़ के अलावा, पारस माम्बेरी, पैट्रिक फरहत, भारत अरुण, शंकर बसु और अन्य को भी आईपीएल टीमों से नाता तोड़ना पड़ा था। यहीं नहीं भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को भी क्रिकेट कमेंट्री करने की अनुमति नहीं दी गई थी।

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