शीर्षक पढ़कर आप समझ ही गए होंगे सचमुच धोनी एंड कंपनी अब 'डैडीज गैंग' बन चुकी है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल के आगाजी मुकाबले में मिली शानदार जीत के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की धोनी सेना जैसा अपनी लय ही खो बैठी। शुक्रवार को तो हद हो गई।
यह वह मुकाबला था जिसमें पूरी टीम की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी लेकिन टीम के कप्तान समेत सभी खिलाडि़यों ने जिस तरह मुंबई इंडियंस के गेंदबाजों के खिलाफ घुटने टेके उसे देखकर तो हैरत हो रही थी। विश्वास नहीं हो रहा था कि यही वह टीम है जिसने तीन मर्तबा आईपीएल का खिताब जीता है।
सीएसके की शर्मनाक विदाई पर आने वाले समय में खूब चर्चा होगी। लेकिन यदि टीम के खराब प्रदर्शन का संक्षेप में विश्लेषण किया जाए तो कुछ बातें साफ नजर आ रही हैं। इनमें सबसे अहम धोनी की कप्तानी का जादू लगभग खत्म हो चुका है। साथ ही बढ़ती उम्र का असर उनकी बल्लेबाजी पर खासतौर से झलक रहा है।
अब वह दौर लद चुका है जब लोग कहते थे, धोनी है तो मुमकिन है। जहां तक टीम की बात है तो ज्यादा तर खिलाड़ी उम्रदराज हैं जिनमें वह फुर्ती नजर नहीं आती जिसकी आईपीएल जैसे तेजतर्रार प्रारूप में सख्त जरूरत है। इसके अलावा प्रतियोगिता के दौरान टीम की चयन प्रक्रिया भी संदेहास्पद रही।