VIDEO: अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तार पर महराष्ट्र सरकार पर भड़कीं कंगना रनौत, कहा- कितनी आवाजें बंद करेंगी आप, हमें आजादी का कर्ज चुकाना है

रिपोर्ट के मुताबिक अर्नब गोस्वामी को महाराष्ट्र सीआईडी ने 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की सुसाइड की जांच के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है।

By अमित कुमार | Published: November 4, 2020 10:31 AM2020-11-04T10:31:48+5:302020-11-04T11:56:19+5:30

Kangana Ranaut after Mumbai Police arrests Republic TV Editor-in-Chief Arnab Goswami said Kitni awazein band karenge aap | VIDEO: अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तार पर महराष्ट्र सरकार पर भड़कीं कंगना रनौत, कहा- कितनी आवाजें बंद करेंगी आप, हमें आजादी का कर्ज चुकाना है

कंगना रनौत ने शेयर किया वीडियो। (फोटो सोर्स- स्क्रीनशॉट)

googleNewsNext
Highlightsकंगना ने कहा कि पहले भी हमारे देश में लोगों को फ्री स्पीच के लिए लोगों को लटकाया गया है। अर्नब ने पुलिस पर अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है। पुलिस ने अर्नब को उनके घर से हिरासत में लिया है।

रिपब्लिक मीडिया के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के समर्थन में बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत खड़ी हुईं हैं। अर्नब के साथ हुई बदसलुकी पर कंगना ने एक बार फिर महराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। अर्नब को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने अर्नब को उनके घर से हिरासत में लिया है। वहीं, अर्नब ने पुलिस पर अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है। अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस अपने साथ वैन में ले गई है।

कंगना ने वीडियो में कहा कि मैं महराष्ट्र सरकार से यह पूछना चाहती हूं कि आज आपने अर्नब गोस्वामी के घर में जाकर उनको मारा है, उनके बाल नौचे हैं। कितने घर तोड़ेंगे आप? कितने गले दबाएंगे? कितनों के बाल नोचेंगे आप? कितने आवाजे बंद करेंगे आप? सोनिया सेना कितना मुंह बंद करेंगे आप? जितना आप बंद करने की कोशिश करेंगे लोग उतने ही आवाज उठाएंगे। 

कंगना ने आगे कहा कि पहले भी हमारे देश में लोगों को फ्री स्पीच के लिए लोगों को लटकाया गया है। एक आवाज बंद करेंगे तो कई उठ जाएंगे कितने आवाजें बंद करेंगे आप। इससे पहले कंगना ने ट्वीट कर लिखा कि पप्पू प्रो को इतना गुस्सा क्यों आता है? पेंगुइन को इतना गुस्सा क्यों आता है? सोनिया सेना को इतना गुस्सा क्यों आता है? अर्नब सर, इन्हें बाल खींचने दें। हमारे खुलकर बोलने पर हमला करने दें। फांसी लगने से पहले इनके चेहरों पर मुस्कुराहत आने दें। आजादी का कर्ज चुकाना है।

Open in app