पीसीबी अध्यक्ष रमीज ने आईसीसी को सुनाई खरी खोटी, कहा- BCCI पैसे कमाकर देता है, इसलिए उसकी स्थिति से आप समझौता करते हो

पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पूरे आईसीसी को धन कमाकर देता है। इसलिए उनकी स्थिति से समझौता किया जाता है।

By रुस्तम राणा | Published: December 13, 2022 09:01 PM2022-12-13T21:01:54+5:302022-12-13T21:03:34+5:30

'India produces entire wealth, so their position is compromised': Ramiz Raja's brutal attack on ICC amid Asia Cup row | पीसीबी अध्यक्ष रमीज ने आईसीसी को सुनाई खरी खोटी, कहा- BCCI पैसे कमाकर देता है, इसलिए उसकी स्थिति से आप समझौता करते हो

पीसीबी अध्यक्ष रमीज ने आईसीसी को सुनाई खरी खोटी, कहा- BCCI पैसे कमाकर देता है, इसलिए उसकी स्थिति से आप समझौता करते हो

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Highlightsपीसीबी अध्यक्ष ने कहा, "बेशक हमें एक दूसरे को खेलने की जरूरत है।उन्होंने कहा- भारत बनाम पाकिस्तान कौन नहीं देखना चाहेगा?भारत-पाकिस्तान ने अब एक दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है

इस्लामाबाद: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष रमीज राजा ने बीसीसीआई और पीसीबी के बीच एशिया कप 2023 को लेकर चल रहे विवाद के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को खरी खोटी सुनाई है । पीसीबी अध्यक्ष ने बीसीसीआई की अमीरी और उसकी कमाई को लेकर आईसीसी को घेरने का प्रयास किया। 

रमीज ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पूरे आईसीसी को पैसे कमाकर देता है। इसलिए उनकी स्थिति से समझौता किया जाता है। राजा ने आगे कहा, मुझे नहीं लगता कि यह तब तक बदलने वाला है जब तक कि हमारे पास हर क्रिकेट बोर्ड में संकल्प और प्रतिबद्धता नहीं है और हमारे क्रिकेट बिरादरी इसे पूरा करने की दिशा में काम करती है।"

पीसीबी अध्यक्ष ने कहा, "बेशक हमें एक दूसरे को खेलने की जरूरत है। भारत बनाम पाकिस्तान कौन नहीं देखना चाहेगा? रमीज ने कहा कि पाकिस्तान के भारत में नहीं खेलने या भारत के पाकिस्तान में नहीं खेलने का कोई बहाना नहीं होना चाहिए।

आपको बता दें कि रमीज राजा पहले ये कह चुके हैं कि अगर भारतीय क्रिकेट टीम की पाकिस्तान यात्रा नहीं करने के कारण उनके मेजबानी के अधिकार वापस ले लिए जाते हैं तो पाकिस्तान 2023 एशिया कप से हटने पर विचार कर सकता है। बीसीसीआई सचिव जय शाह, जो एसीसी के अध्यक्ष भी हैं, ने एशिया कप 2023 को लेकर कहा था कि भारत अगले साल टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगा और तटस्थ स्थान पर परिवर्तन का आह्वान किया।

गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान ने अब एक दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला है, आखिरी दौरा 2012-13 में हुआ था जब उन्होंने तीन एकदिवसीय और दो टी20आई खेले थे और आखिरी बार भारत ने पाकिस्तान का दौरा 2008 में एशिया कप के लिए किया था। दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण, उनकी प्रतिद्वंद्विता अब एशिया कप और आईसीसी आयोजनों तक ही सीमित रह गई है।
 

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