IND Vs AUS: भारत ने सिडनी में 40 साल पहले जब लहराया था जीत का परचम, जानिए कैसे हुआ ये कमाल

ऑस्ट्रेलिया में भले ही अक्सर भारतीय टीम को जूझना पड़ा है लेकिन 1977-78 का दौरा उसके लिए यादगार साबित हुआ।

By विनीत कुमार | Published: January 2, 2019 07:44 AM2019-01-02T07:44:43+5:302019-01-02T07:44:43+5:30

india first win in sydney in 1978 test match against australia by innings and 2 runs | IND Vs AUS: भारत ने सिडनी में 40 साल पहले जब लहराया था जीत का परचम, जानिए कैसे हुआ ये कमाल

सुनील गावस्कर (फाइल फोटो)

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Highlightsभारत कभी भी ऑस्ट्रेलिया में नहीं जीत सका है टेस्ट सीरीजसिडनी में भारत ने खेले हैं 11 मैच, केवल एक में मिली जीत पर 5 में हुई हार

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी टेस्ट सीरीज का चौथा और आखिरी मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 3 जनवरी से खेला जाना है। भारत इस सीरीज में 2-1 से आगे है और सिडनी में उसे जीत मिली या अगर मैच ड्रॉ भी हुआ तो विराट कोहली की सेना इतिहास रच देगी।

ऐसा इसलिए क्योंकि पहली बार भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट सीरीज अपने नाम करेगी। हालांकि, ये काम आसान नहीं होने वाला और ऑस्ट्रेलियाई टीम निश्चित तौर पर वापसी की कोशिश करेगी।

सिडनी में वैस भी भारत के लिए नतीजे बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। भारत ने सिडनी में 11 मैच खेले हैं और केवल एक मैच साल 1978 में जीतने में कामयाब रहा है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैच जीते हैं जबकि पांच मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। ऐसे में भारत को 40 साल से यहां जीत का इंतजार है।

भारत ने 1978 में ऑस्ट्रेलिया को पारी से हराया

इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने पूरी टीम केवल 49.4 ओवर में 131 रनों पर सिमट गई। भारत की ओर से स्पिन गेंदबाज भागवत चंद्रशेखर ने 30 रन देकर 4 विकेट झटके।

वहीं, उस दौरान कप्तान रहे बिशन सिंह बेदी ने 49 रन देकर तीन विकेट झटके। लाला अमरनाथ और एरापल्ली प्रसन्ना को एक-एक विकेट मिला। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहली पारी में बॉब सिम्पसन (38) सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।

जवाब में भारत ने पहली पारी में 8 विकेट पर 396 रन बनाते हुए पारी घोषित की और उसे 265 की बढ़त मिली। इस मैच में सुनील गावस्कर (49) और चेतन चौहान (42) ने पहले विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी की। इसके बाद गुंडप्पा विश्वनाथ (79), दिलीप वेंगसरकर (48), सैयद किरमानी (42) और ऑलराउंडर कर्सन घावड़ी (64) ने भी शानदार बैटिंग करते हुए भारतीय टीम को बड़ी बढ़त दिलाई।

ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी भी निराशाजनक रही और टीम 263 रनों पर सिमट गई। इस बार भारत की ओर से प्रसन्ना (51/4) हिट गेंदबाज साबित हुए। वहीं, घावड़ी, बेदी और पहली पारी में 4 विकेट लेने वाले चंद्रशेखर ने दो-दो विकेट झटके।

भारत के लिए यादहार रहा था ये दौरा

ऑस्ट्रेलिया में भले ही अक्सर भारतीय टीम को जूझना पड़ा है लेकिन 1977-78 का ये दौरा यादगार साबित हुआ। भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज 3-2 से जरूर हार गई थी लेकिन दो बड़ी जीत के साथ उसने कमाल जरूर किया था। सीरीज के पहले दो मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीते थे और टीम इंडिया व्हाइटवाश की ओर बढ़ती दिख रही थी। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। 

भारत ने पहले मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया को 222 रनों से हराया और फिर सिडनी में अगले ही मैच में पारी से जीत हासिल कर सबक स्तब्ध करते हुए सीरीज को 2-2 से बराबरी पर ला दिया। ऐडिलेड में आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया ने 47 रनों से जीत तक सीरीज अपने नाम किया।

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