BAN vs WI: एक गलत 'नो बॉल' से खड़ा हुआ विवाद, लिटन दास को लेकर पलटा गया थर्ड अंपायर का फैसला

No ball: बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी20 के दौरान विंडीज गेंदबाज ओशाने थॉमस की एक गेंद को गलत नो बॉल दिए जाने से जमकर मचा हंगामा, विंडीज ने जीत मैच

By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 23, 2018 11:45 AM

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बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच ढाका में शनिवार को खेले गए तीसरे टी20 मैच में एक 'नो बॉल' के विवाद ने हंगामा खड़ा कर दिया और चर्चा की वजह बन गया। ये घटना जीत के लिए 191 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की पारी के चौथे ओवर में हुई। 

फील्डर अंपायर तनवीर अहमद ने विंडीज गेंदबाज ओशाने थॉमस की उस गेंद को नो बॉल करार दिया जिस पर बांग्लादेशी ओपनर लिटन दास मिड ऑफ पर शिमरोन हेटमायेर को कैच थमा बैठे थे। लेकिन टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि थॉमस का पैर लाइन पर था और ये गेंद नो बॉल नहीं थी। 

रिप्ले देखकर भड़के विंडीज कप्तान, की डीआरएस की मांग

ये देखकर विंडीज कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट भड़क गए और अंपायर से इस फैसले को रिव्यू करने की मांग की। उनसे बहस के बाद आखिरकार मैदानी अंपायर इस फैसले को डीआरएस के लिए थर्ड अंपायर को भेजने के लिए तैयार हुए। इसके बाद थर्ड अंपायर ने लिटन दास को आउट करार दिया। इस दौरान लगभग 10 मिनट तक मैच रुका रहा और आखिरकार फैसला बांग्लादेश के ही पक्ष में रहा। 

थर्ड अंपायर ने दास को दिया आउट, लेकिन फिर करार दिए गए नॉट आउट

लेकिन मामला यहीं नहीं शांत हुआ और थर्ड अंपायर के फैसले के बाद मैच रेफरी जेफ क्रो और चौथे अंपायर मैदान में पहुंच गए और विंडीज कप्तान ब्रेथवेट से बाउंड्री लाइन के पास चर्चा शुरू कर दी। इस चर्चा में वेस्टइंडीज टीम मैनेजमेंट के लोग भी शामिल हो गए और बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन भी वहां पहुंच गए। 

इसके बाद आखिरकार लिटन दास को फिर से नॉट आउट करार देते हुए उन्हें पारी जारी रखने का मौका दिया गया। आखिरकार थॉमस की इस गेंद को नो बॉल ही माना गया और इस पर मिली फ्री हिट पर दास ने छक्का जड़ दिया। 

ये इस ओवर में अंपायर द्वारा की गई एकमात्र गलती नहीं थी बल्कि इससे पहले भी उन्होंने थॉमस की गेंद पर एक गलत नो बॉल दी थी, जिस पर मिली फ्री हिट पर दास ने चौका जड़ा था। इस विवादित ओवर में लिटन दास ने तीन छक्के और दो चौके जड़े और इस ओवर में 28 रन बन गए। 

आखिर क्यों पलटा गया थर्ड अंपायर का फैसला

कमेंटेटर गौतम भिमानी ने तुरंत ही ये बताया कि आखिर क्यों लिटन दास को नॉट आउट करार दिया गया। उन्होंने आईसीसी के अनुच्छेद 3.1.1. और 3.1.2 का जिक्र किया, जिसके मुताबिक, 'नो बॉल के फैसले के मामले में मैदानी अंपायर के निर्णय का रिव्यू नहीं किया जा सकता है।'

यही नहीं विंडीज कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट ने ये निर्णय टीवी रिप्ले देखने के बाद किया था, जबकि नियमों के मुताबिक  रिव्यू लेने के लिए कोई भी खिलाड़ी मैदान में मौजूद खिलाड़ियों के अलावा बाहर से कोई मदद नहीं ले सकता है। इसी वजह से ब्रेथवेट की अपील सही होने के बावजूद खारिज हो गई और लिटन दास नॉट आउट करार दिए गए।

जानिए क्या कहता है आईसीसी का अनुच्छेद 3.1.1. और 3.1.2

3.1.1 एक खिलाड़ी ऑन-फील्ड अंपायरों द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय की समीक्षा करने का अनुरोध कर सकता है, जो बल्लेबाज आउट है या नहीं से संबंधित है। 'टाइम आउट' (खिलाड़ी रिव्यू) के अपवाद के साथ।

3.1.2 अंपायरों द्वारा लिए गए कोई अन्य निर्णय, खिलाड़ी रिव्यू के पात्र नहीं हैं, सिर्फ सही कैच/बंप बॉल के अपवाद के साथ,  (भले ही तीसरे अंपायर से परामर्श किया गया हो और निर्णय सूचित किया गया हो)।

लेकिन इस गलत फैसले ने विंडीज को एक टीम के रूप में एकजुट होने में मदद की और लिटन दास (25 गेंदों में 43 रन) के आउट होते ही वेस्टइंडीज ने कीमो पॉल (15/5) की घातक गेंदबाजी की बदौलत बांग्लादेश को 17 ओवर में 140 के स्कोर पर समेटते हुए मैच 50 रन से जीत लिया और इसके साथ ही तीन मैचों की टी20 सीरीज 2-1 से जीत ली।

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