Highlights फिटनेस समस्या के कारण ड्वेन ब्रावो अंतिम ओवर फेंकने के लिए उपलब्ध नहीं थे। धोनी ने कहा कि पिच के आसान होने के कारण स्थिति उनके लिये मुश्किल हो गयी। मैन ऑफ द मैच धवन ने कहा कि आईपीएल के 13 साल के इतिहास में पहली बार शतक लगाना शानदार रहा।
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग के करीबी मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ शनिवार को यहां हार के बाद कहा कि फिटनेस समस्या के कारण ड्वेन ब्रावो अंतिम ओवर फेंकने के लिए उपलब्ध नहीं थे। इसकी जगह रविंद्र जडेजा को गेंदबाजी की जिम्मेदारी सौंपी गई और दिल्ली की टीम ने जरूरी 17 रन बनाकर मैच जीत लिया।
शिखर धवन को भी सुपरकिंग्स ने जीवनदान दिए जिनकी 58 गेंद में नाबाद 101 रन की पारी के दम पर दिल्ली कैपिटल्स ने पांच विकेट से जीत दर्ज की। धोनी ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा कि ब्रावो चोटिल होने के कारण मैदान से बाहर चले गये थे जिसकी वजह से आखिरी ओवर में रविन्द्र जडेजा से गेंदबाजी करवानी पड़ी। धोनी ने कहा कि ब्रावो फिट नहीं थे, वह मैदान से बाहर गये और फिर वापस नहीं आये । मेरे पास जडेजा या फिर कर्ण शर्मा से गेंदबाजी कराने का विकल्प था। मैंने जडेजा को चुना।
धोनी ने कहा कि शिखर का विकेट काफी अहम था लेकिन हमने कई बार उनका कैच टपका दिया। उन्होंने बल्लेबाजी करना जारी रखा और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी अच्छा था। दूसरी पारी में विकेट भी थोड़ा आसान था। हम लेकिन धवन से श्रेय वापस नहीं ले सकते। धोनी ने कहा कि पिच के आसान होने के कारण स्थिति उनके लिये मुश्किल हो गयी।
उन्होंने कहा कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के 10 रन कम बने जबकि बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 10 रन अधिक बनाये। मैन ऑफ द मैच धवन ने कहा कि आईपीएल के 13 साल के इतिहास में पहली बार शतक लगाना शानदार रहा। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही खास है कि 13 साल से आईपीएल खेल रहा हूं और यह मेरी पहली शतकीय पारी है। मैं काफी खुश हूं। सत्र की शुरूआत से मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं लेकिन 20 रन के स्कोर को 50 रन में नहीं बदल पा रहा था।