Highlightsबीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर दी भारतीय क्रिकेटर्स संघ को मंजूरीआईसीए भारत के पूर्व महिला और पुरुष क्रिकेटर्स के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय क्रिकेटर्स असोसिएशन (आईसीए) को मंजूरी दे दी है, जिसका गठन बोर्ड के नए संविधान के अनुसार पूर्व खिलाड़ियों के हितों का ध्यान रखने के लिए किया गया है।
भारतीय क्रिकेटर्स असोसिएशन, फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स (FICA) से संबंधित नहीं है और ये ज्यादातर देशों के खिलाड़ियों के संघों के उलट सिर्फ पूर्व महिला और पुरुष क्रिकेटरों के लिए ही खुला है।
बीसीसीआई की एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, 'भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), भारतीय क्रिकेटर्स असोसिएशन (आईसीए), को आधिकारिक तौर पर मान्यता देता है, जो भारत में पूर्व-क्रिकेट के लिए आधिकारिक संघ के रूप में निगमित है।'
इसमें ये भी कहा गया है, 'ये स्पष्ट है कि बीसीसीआई की अगली नोटिस से पहले, आईसीए के अलावा कोई और निकाय पूर्व खिलाड़ियों के संघ के तौर पर बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं होगा।'
आईसीए का कामकाज बीसीसीआई के कामकाज से स्वतंत्र होगा और इस संघ को अपना फंड्स खुद जुटाना होगा, हालांकि बोर्ड कुछ शुरुआती फंड्स देगा।
पूर्व क्रिकेटर कपिल देव, अजित अगरकर, शातां रंगास्वामी आईसीए के डायरेक्टर्स हैं और अगला चुनाव होने तक अपने पदों पर कायम रहेंगे।
बीसीसीआई ने इस आईसीए के मानदंड को चार बिंदुओं में सूचीबद्ध किया, जो इस प्रकार हैं:
-पूर्व महिला और पुरुष क्रिकेटर जिन्होंने किसी भी फॉर्मेट में सीनियर स्तर पर कम से कम एक इंटरनेशनल मैच खेला हो।
-पूर्व पुरुष क्रिकेटर्स, जिन्होंने सीनियर स्तर पर किसी भी फॉर्मेट में कम से कम 10 प्रथम श्रेणी मैच खेले हों।
-पूर्व महिला क्रिकेटर्स, जिन्होंने सीनियर स्तर पर किसी भी फॉर्मेट में कम से कम पांच प्रथम श्रेणी मैच खेले हों।
-विकलांग पूर्व क्रिकेटर्स, जिन्होंने सीनियर स्तर पर किसी भी फॉर्मेट में इंटरनेशनल क्रिकेट या प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला हो, जिसे आईसीसी या बीसीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त हो या फिर उसे बीसीसीआई या आईसीसी या बीसीसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था द्वारा आयोजित किया गया हो।