डीडीसीए में रजत शर्मा की एंट्री, RTI संबंधी फैसले पर लग सकती है रोक

बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना को चुनाव से बड़ा झटका लगा क्योंकि उनकी पत्नी शशि उपाध्यक्ष पद के चुनाव में राकेश बंसल से हार गयीं।

By भाषा | Published: July 2, 2018 09:14 PM2018-07-02T21:14:47+5:302018-07-02T21:16:52+5:30

after rajat sharma panel win in ddca polls retention of rti clause in doubt | डीडीसीए में रजत शर्मा की एंट्री, RTI संबंधी फैसले पर लग सकती है रोक

Rajat Sharma

googleNewsNext

नई दिल्ली, 2 जुलाई: वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा पूर्व क्रिकेटर मदन लाल को 517 वोट से हराकर आज दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के नये अध्यक्ष बन गए हैं। डीडीसीए चुनाव में रजत शर्मा के समूह ने सभी 12 सीटें जीत लीं। शर्मा को 1,531 वोट मिले जबकि मदन लाल को 1,004 वोट से संतोष करना पड़ा। मुकाबले में खड़े तीसरे उम्मीदवार वकील विकास सिंह को महज 232 वोट मिले।

RTI पर डीडीसीए लेगी यू-टर्न!

एक दूसरे बड़े घटनाक्रम में नयी समिति विधि आयोग की सिफारिशों के तहत डीडीसीए को सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत लाने के फैसले की समीक्षा करेगी। शर्मा ने पद पर न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन की जगह ली जिन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय ने डीडीसीए का प्रशासक नियुक्त किया था।

वरिष्ठ पत्रकार ने पदभार संभालने के बाद संवाददाताओं से कहा, 'मैं डीडीसीए की लोकतांत्रिक परंपराओं को बनाए रखने के लिए अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करूंगा।' 

जहां न्यायमूर्ति सेन डीडीसीए को आरटीआई के दायरे में ले आए थे, नव निर्वाचित समिति इस फैसले से पीछे हट सकती है और प्रशासक के फरमान को रद्द करने के लिए जल्द ही एक बैठक की जाएगी।

यह भी पढ़ें- DDCA चुनाव: रजत शर्मा गुट की जीत के बाद गौतम गंभीर नजर आएंगे इस बड़े रोल में

नव निर्वाचित सचिव विनोद तिहाड़ा ने कहा, 'बीसीसीआई आरटीआई के दायरे में नहीं आता और डीडीसीए को कोई सरकारी अनुदान नहीं मिलता। और न्यायमूर्ति सेन को जाने से ठीक पहले ही डीडीसीए को आरटीआई के दायरे में लाने का विचार क्यों सूझा? जब वह नीतिगत फैसले ले रहे थे तो उन तमाम महीनों में यह बात उनके दिमाग में क्यों नहीं आयी? डीडीसीए निश्चित रूप से आरटीआई के दायरे में नहीं आएगा।' 

वहीं चुनाव की बात करें तो बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना को चुनाव से बड़ा झटका लगा क्योंकि उनकी पत्नी शशि उपाध्यक्ष पद के चुनाव में राकेश बंसल से हार गयीं। राकेश डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष स्नेह बंसल के छोटे भाई हैं।

राकेश ने शशि को 278 वोट से हराया। उन्हें 1,364 जबकि शशि को 1,086 वोट मिले। हार के साथ डीडीसीए में खन्ना के लिए अब रास्ते बंद हो सकते हैं जहां करीब तीन दशकों से उनका वर्चस्व रहा है। रजत शर्मा और उनके पैनल की उम्मीदवारी को सत्तारूढ़ दल के एक बड़े नेता का समर्थन हासिल था और भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा भी उनका पुरजोर समर्थन कर रहे थे। बत्रा पूर्व में डीडीसीए के कोषाध्यक्ष थे। 

यह भी पढ़ें- DDCA चुनाव: पत्रकार रजत शर्मा चुने गए नए अध्यक्ष, राकेश कुमार बंसल होंगे उपाध्यक्ष

डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम सार्वजनिक ना करने की शर्त पर पीटीआई से कहा, 'शर्मा को एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री का समर्थन मिलने के साथ ही किसी दूसरे उम्मीदवार के चुनाव जीतने की कोई संभावना ही नहीं थी। हां यह उम्मीद नहीं थी कि एक पैनल सभी सीटें जीत जाएगा। यह अच्छा होगा कि शर्मा पूरी तरह मुक्त होकर डीडीसीए का संचालन करेंगे। इसका यह भी मतलब है कि डीडीसीए में सी के खन्ना के दौर का अंत हो गया, हां अगर वह शर्मा के साथ कोई समझौता कर लें तो बात अलग है।' 

दूसरे उल्लेखनीय विजयी उम्मीदवारों में खेल समिति के पूर्व अध्यक्ष विनोद तिहाड़ा (1,374 वोट) शामिल हैं जिन्होंने सचिव पद के चुनाव में करीबी प्रतिद्वंद्वी मंजीत सिंह (998) को 376 वोटों से हराया। चुनाव जीतने वाले अन्य उम्मीदवारों में राजन मनचंदा (संयुक्त सचिव), ओमप्रकाश शर्मा (कोषाध्यक्ष), संजय भारद्वाज (निदेशक) शामिल हैं।

Open in app