Highlightsदिनेश मोंगिया ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स को कहा अलविदामोंगिया ने भारत के लिए 2001-2007 के बीच खेले 57 वनडे मैचदिनोश मोंगिया पर 2007 में ICL में खेलने के लिए बीसीसीआई ने बैन लगा दिया था
2003 वर्ल्ड कप में खेले दिनेश मोंगिया ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास, आईसीएल बैन ने खत्म किया करियर भारत के ऑलराउंडर दिनोश मोंगिया ने मंगलवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया।
मोंगिया सौरव गांगुली की कप्तानी वाली उस भारतीय टीम का हिस्सा थे, जो 2003 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हारते हुए उपविजेता रही थी।
आईसीएल बैन से खत्म हुआ करियर
मोंगिया ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच मई 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। वह आखिरी बार मैदान पर 2007 में पंजाब के खिलाफ उतरे थे, इसके बाद उन पर इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) में खेलने की वजह से बीसीसीआई ने बैन लगा दिया था।
मोंगिया ने सर्वश्रेष्ठ बैटिंग तकनीक न होने के बावजूद घरेलू क्रिकेट में अपने लिए काफी नाम कमाया। उन्होंने अपना इंटरनेशनल डेब्यू मार्च 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे खेलते हुए किया था।
उन्होंने वनडे में अपना उच्चतम स्कोर जिम्बाब्वे के खिलाफ मार्च 2002 में गुवाहाटी में सीरीज के आखिरी मैच में 159 रन की पारी खेलते हुए बनाया था।
मोंगिया ने भारत के लिए खेले 57 वनडे मैच
मोंगिया ने अपने वनडे करियर में 57 मैच खेले और 27.95 की औसत से 1230 रन बनाए, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। लेकिन वह भारत के लिए कोई टेस्ट मैच नहीं खेले, जबकि भारत के लिए एकमात्र टी20 दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला।
पंजाब के लिए अपने 121 प्रथम श्रेणी मैचों में मोंगिया ने 48.95 की औसत से 8028 रन बनाए, जिनमें 27 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं। साथ ही मोंगिया काउंटी क्रिकेट में लैंकशर और लीसेस्टरशर के लिए भी खेले।
आईसीएल बैन की वजह से मोंगिया का क्रिकेट से नाता टूट गया। आईसीएल से जुड़ने वाले ज्यादातर क्रिकेटरों को बोर्ड ने माफ कर दिया था, लेकिन मोंगिया को माफी नहीं मिल पाई।
पिछले सीजन में मोंगिया को पंजाब क्रिकेट असोसिएशन ने अपना चयनकर्ता नियुक्त किया था।