नई दिल्ली, 30 मार्च: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने क्रिकेट की दुनिया को हिला कर रख देने वाली बॉल टैम्परिंग की घटना को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड को अपने जांच में पता चला है कि बॉल टैम्परिंग के असल मास्टरमाइंड डेविड वॉर्नर थे। यही नहीं, वॉर्नर ने ही किसी जूनियर खिलाड़ी को इसके लिए इस्तेमाल करने की भी योजना दी थी।
वहीं, स्टीव स्मिथ का दोष ये था कि उन्होंने इस पूरी योजना को रोकने की कोशिश नहीं की और इसमें साथ दिया। साथ ही स्मिथ ने कैमरन बैनक्रॉफ्ट को इसे अंजाम देने के लिए तैयार किया। जांच में यह भी सामने आया है कि वॉर्नर ने न केवल सैंडपेपर से गेंद की शेप खराब करने का आइडिया दिया बल्कि बैनक्रॉफ्ट के सामने इसका नमूना भी पेश किया और बताया कि ये कैसे करना है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस कारण ही वॉर्नर को सबसे बड़ी सजा दी है। उन पर एक साल का बैन लगा है और साथ ही वह अब कभी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी नहीं कर सकेंगे। वहीं, स्मिथ पर एक साल और बैनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का बैन लगा है। स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट साथ ही बैन खत्म होने के अगले एक साल तक कप्तानी नहीं कर सकेंगे।
गौरतलब है कि वॉर्नर से उनके साथी खिलाड़ियों के भी नाराज होने की खबरें आई थीं। दरअसल, विवाद के बाद स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट मीडिया के सामने आकर अपनी गलती मान चुके हैं जबकि वॉर्नर ने अब भी सामने आकर कोई बयान नहीं दिया है। (और पढ़ें- IPL 2018: 12.50 करोड़ के स्टीव स्मिथ की जगह 50 लाख के इस खिलाड़ी को चुनेगी राजस्थान रॉयल्स!)
स्टीव स्मिथ पर लगे ये आरोप
- जानबूझकर गेंद की शेप खराब करने की कोशिश की योजना का पता होना।
- इस योजना को रोकने के लिए कुछ न करना और साथ निभाना।
- मैच के अधिकारियों से झूठ बोलना।
-पूरी योजना के बनाने और उसे लागू करने को लेकर गलत बयान करना।
वॉर्नर पर लगे आरोप
- गेंद की शेप जानबूझकर खराब करने की योजना बनाना।
- जूनियर खिलाड़ी को सैंडपेपर से बॉल टैम्परिंग के काम के लिए उकसाना।
- जूनियर खिलाड़ी को ये बताना कि बॉल टैम्परिंग कैसे की जाती है और इसका नमूना दिखाना।
- इस योजना को लागू करने से रोकने के लिए कोई कोशिश नहीं करना।
- इस योजना के बारे में पता लगने के बावजूद इसे किसी अधिकारी को न बताना।
- मैच अधिकारियों से झूठ बोलना।
- मैच के बाद भी ये छिपाना कि उन्हें पूरी घटना का पहले से पता था।
बैनक्रॉफ्ट पर लगे आरोप
- बॉल टैम्परिंग की योजना का हिस्सा होना।
- बॉल टैम्परिंग करने जैसे गलत काम के लिए तैयार होना।
- मैदान पर मैच अधिकारियों से झूठ बोलना।