इस कंपनी के कर्मचारी कर रहे थे दो जगह नौकरी, बॉस ने 300 को निकाला, जानें क्या है पूरा मामला

By भाषा | Published: September 21, 2022 04:57 PM2022-09-21T16:57:43+5:302022-09-21T20:25:28+5:30

‘मूनलाइटिंग’ की परिभाषा ही है कि गोपनीय तरीके से दूसरा काम करना। पारदर्शिता के तहत व्यक्ति सप्ताहांत में किसी परियोजना पर काम करने के बारे में स्पष्ट और खुली बातचीत कर सकते हैं।

Wipro found 300 employees working rival organization fired company Chairman Rishad Premji moonlighting | इस कंपनी के कर्मचारी कर रहे थे दो जगह नौकरी, बॉस ने 300 को निकाला, जानें क्या है पूरा मामला

‘मूनलाइटिंग’ को लेकर अपनी टिप्पणियों पर कायम हैं।

Highlightsविप्रो के चेयरमैन की ‘मूनलाइटिंग’ पर हाल में टिप्पणी के बाद उद्योग में एक नई बहस शुरू हो गई है।इन्फोसिस ने कर्मचारियों को अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतवानी दी है।प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम ने भी ‘मूनलाइटिंग’ को अनैतिक कहा है।

नई दिल्लीः विप्रो के चेयरमैन ऋषद प्रेमजी ने बुधवार को कहा कि कंपनी में काम कर रहे 300 कर्मचारी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों में से एक में काम करते पाये गये हैं। उन्होंने कहा कि वह ‘मूनलाइटिंग’ को लेकर अपनी टिप्पणियों पर कायम हैं और यह कंपनी के प्रति निष्ठा का पूरी तरह से उल्लंघन है।

जब कोई कर्मचारी अपनी नियमित नौकरी के साथ ही चोरी-छिपे दूसरी जगह भी काम करता है तो उसे तकनीकी तौर पर ‘मूनलाइटिंग’ कहा जाता है। ‘मूनलाइटिंग’ का विरोध कर रहे प्रेमजी ने अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (एआईएमए) के राष्ट्रीय सम्मेलन में यह साफ किया कि कंपनी के पास ऐसे कर्मचारियों के लिये कोई जगह नहीं है, जो विप्रो के साथ काम करते हुए दूसरी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों में भी काम कर रहे हैं।

उन्होंने बाद में कहा कि ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें नौकरी से हटाया गया है। प्रेमजी ने कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि आज ऐसे लोग हैं जो विप्रो के साथ प्रतिद्वंदी कंपनी के लिए भी काम कर रहे हैं। हमने वास्तव में पिछले कुछ महीनों में ऐसे 300 कर्मचारियों का पता लगाया है, जो वाकई में ऐसा कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि यह कुछ और नहीं बल्कि कंपनी के प्रति निष्ठा का उल्लंघन है। प्रेमजी ने कहा कि ‘मूनलाइटिंग’ की परिभाषा ही है कि गोपनीय तरीके से दूसरा काम करना। पारदर्शिता के तहत व्यक्ति सप्ताहांत में किसी परियोजना पर काम करने के बारे में स्पष्ट और खुली बातचीत कर सकता है।

इससे पहले, विप्रो प्रमुख ने इस मुद्दे पर ट्विटर पर कहा था, ‘‘सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों में मूनलाइटिंग करने वाले कर्मचारियों के बारे में बहुत सारी बातें सामने आ रही हैं। यह सीधे तौर पर धोखा है।’’ गौरतलब है कि विप्रो के चेयरमैन की ‘मूनलाइटिंग’ पर हाल में टिप्पणी के बाद उद्योग में एक नई बहस शुरू हो गई है।

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी इन्फोसिस ने कंपनी में नौकरी के साथ अन्य कार्य करने वाले कर्मचारियों को अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतवानी दी है। हालांकि, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की सभी कंपनियां इस मुद्दे पर सहमत नहीं हैं। टेक महिंद्रा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीपी गुरनानी ने हाल में ट्वीट कर कहा, ‘‘समय के साथ बदलते रहना जरूरी है और मैं हमारे काम करने के तरीकों में बदलाव का स्वागत करता हूं।’’ वहीं इन्फोसिस ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा है कि दो जगहों पर काम करने या ‘मूनलाइटिंग’ की अनुमति नहीं है।

अनुबंध के किसी भी उल्लंघन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी तथा नौकरी से निकाला भी जा सकता है। इसके अलावा प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम ने भी ‘मूनलाइटिंग’ को अनैतिक कहा है। आईबीएम के प्रबंध निदेशक (भारत और दक्षिण एशिया) संदीप पटेल ने पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम में कहा कि कर्मचारी अपने बाकी समय में जो चाहें कर सकते हैं, लेकिन मूनलाइटिंग करना नैतिक रूप से सही नहीं है।

Web Title: Wipro found 300 employees working rival organization fired company Chairman Rishad Premji moonlighting

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