स्वदेशी जागरण मंच ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा एमवे इंडिया पर की गई छापेमारी का किया स्वागत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 23, 2022 07:04 PM2022-04-23T19:04:16+5:302022-04-23T19:13:44+5:30
स्वदेशी जागरण मंच ने एमवे जैसी मल्टी लेवल मार्केटिंग करने वाली कंपनियों को रेगुलेट करने के लिए और इस तरह के मॉडल से होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए एक रेगुलेटरी बॉडी भी बनाने पर बल दिया है।
दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा एमवे इंडिया के खिलाफ की कार्रवाई का स्वागत किया है। स्वदेशी जागरण मंच ने शनिवार को केंद्रीय जांच एजेंसियों से अपील की कि वो इस तरह की अन्य कंपनियों के खिलाफ जांच करें ताकि भोली-भाली जनता को ठगने वालों को बेनकाब किया सके।
स्वदेशी जागरण मंच ने एमवे जैसी मल्टी लेवल मार्केटिंग करने वाली कंपनियों को रेगुलेट करने के लिए और इस तरह के मॉडल से होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए एक रेगुलेटरी बॉडी भी बनाने पर बल दिया है।
मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में भारतीय बाजार में एमएलएम बिजनेस करने वाली एमवे कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग संबंधित मामले में छापा मारा था और एमवे इंडिया की 757 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को जब्त कर लिया था।
छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने जानकारी देते हुए सोमवार को बताया था कि एमवे कंपनी डायरेक्ट-सेलिंग एमएलएम नेटवर्क की आड़ में धोखाधड़ी और घोटाला का एक महाचक्र चला रही थी।
एजेंसी की ओर से बताया गया कि कंपनी का पूरा ध्यान केवल इस बात पर था कि ज्यादा से ज्यादा लोग किस तरह से एमवे से जुड़े और कंपनी अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दे रही थी। यह एक तरह से एमवे कंपनी से जुड़ने वाले ग्राहकों के साथ छलावा था।
ईडी ने आरोप लगाया, "उत्पादों का इस्तेमाल इस एमएलएम पिरामिड धोखाधड़ी को डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के रूप में करने के लिए किया जाता है।"
वहीं प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद एमवे कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी "लंबित मुद्दों के निष्पक्ष, कानूनी और तार्किक नतीजों की दिशा में जांच एजेंसी को पूरा सहयोग कर रही है।
मामले में स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने शनिवार को एक बयान जारी में कहा कि स्वदेशी जागरण मंच एमवे इंडिया कंपनी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई कार्रवाई का स्वागत करता है, जिसने डायरेक्ट सेलिंग मल्टीलेवल मार्केटिंग नेटवर्क की आड़ में अपने ग्राहकों के साथ एक बड़े धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।
इसके साथ ही स्वदेशी जागरण मंच ने इस बात का भी दावा किया कि एमवे के अलावा कई और एमएलएम कंपनियां हैं जो भारतीय नागरिकों को लूटकर पैसे बनाने में लगी हुई हैं और भारी मुनाफे का लालच देकर अपने उत्पादों को अत्यधिक कीमतों पर बेच रही हैं।
प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि एमवे का ध्यान केवल लोगों को "गेट-रिच स्कीम" के लिए जोड़ने भर का था न कि बाजार में अपने द्वारा उतारे गये उत्पादों को बेचने पर था।
स्वदेशी जागरण मंच के अश्विनी महाजन ने कहा कि फेडरल ट्रेड कमिशन द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बिजनेस मॉडल से जुड़ने वाले 99 फीसदी लोग अपना पैसा गवां देते हैं। फेडरल ट्रेड कमिशन ने एमले जैसी लगभग 350 एमएलएम कंपनियों के बिजनेस मॉडल का अध्ययन किया है। (इस खबर का इनपुट समाचार एजेंसी भाषा से लिया गया है)