एनालिटिक्स प्रौद्योगिकी से लैस निगरानी कैमरों से अपराधियों पर कसेगा शिकंजा
By भाषा | Updated: August 3, 2021 15:55 IST2021-08-03T15:55:30+5:302021-08-03T15:55:30+5:30

एनालिटिक्स प्रौद्योगिकी से लैस निगरानी कैमरों से अपराधियों पर कसेगा शिकंजा
प्रयागराज, तीन अगस्त यातायात प्रबंधन के लिए लखनऊ और प्रयागराज में स्मार्ट कैमरे लगाने वाली कंपनी वीहांत टेक्नोलॉजीज जल्द ही शहरों में अन्य स्थानों पर लगे निगरानी कैमरों को ‘एनालिटिक्स टेक्नोलॉजी’ से युक्त करेगी। इससे अपराध और अपराधियों पर अंकुश लग सकेगा।
वीहांत टेक्नोलॉजी के सीईओ और सह संस्थापक कपिल बरडेजा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि किसी भी स्मार्ट शहर में दो तरह के कैमरे लगे होते हैं जिसमें एक यातायात प्रबंधन के लिए स्मार्ट कैमरे जबकि दूसरा शहर में गतिविधियों पर नजर के लिए सर्विलांस (निगरानी) कैमरे।
उन्होंने बताया कि सर्विलांस कैमरों को एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर से जोड़ने पर किसी भी स्थान पर मारपीट, चेन स्नैचिंग जैसे अपराध की तस्वीर मिलते ही यह सॉफ्टवेयर कंट्रोल रूम को सतर्क कर देगा। इससे पुलिस तुरंत हरकत में आ जाएगी। कंपनी जल्द ही उत्तर प्रदेश के एक शहर में सर्विलांस कैमरों को एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर से लैस करने जा रही है।
बरडेजा ने बताया कि इस प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए पहले से लगे निगरानी कैमरों को बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
उन्होंने बताया कि कंपनी ने प्रयागराज में कुल 300 स्थानों पर 53 स्वचालित ‘नंबर प्लेट रीडिंग सिस्टम’ के कैमरे, यातायात नियमों के उल्लंघन का पता लगाने वाले 144 कैमरे और वाहनों को पता लगाने को लेकर 110 कैमरे लगाए हैं। कंपनी शहर में 300 से अधिक कैमरे लगा रही है।
बरडेजा ने बताया कि वीहांत टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अग्रणी कंपनी है और यह इंडोनेशिया और सिंगापुर में जल्द ही स्थानीय साझीदार का चयन कर यातायात प्रबंधन के क्षेत्र में कदम रखेगी।
कंपनी ने उत्तर प्रदेश के बरेली और सहारनपुर में भी यातायात प्रबंधन के लिए स्मार्ट कैमरे लगाने का काम शुरू किया है।
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