2024 तक दोगुनी हो जायेगी जहाज पुनर्चक्रण क्षमता, 1.5 लाख रोजगार का होगा सृजन
By भाषा | Updated: February 1, 2021 20:47 IST2021-02-01T20:47:06+5:302021-02-01T20:47:06+5:30

2024 तक दोगुनी हो जायेगी जहाज पुनर्चक्रण क्षमता, 1.5 लाख रोजगार का होगा सृजन
नयी दिल्ली, एक फरवरी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि जहाजों के पुनर्चक्रण की क्षमता 2024 तक दोगुनी हो जायेगी। उन्होंने कहा कि यूरोप और जापान से अधिक जहाज लाने के प्रयास किये जायेंगे।
वित्त मंत्री ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि इससे देश में 1.5 लाख रोजगार के अवसर तैयार होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यूरोप और जापान से अधिक जहाज यहां लाने के लिये प्रयास किये जायेंगे। पुनर्चक्रण क्षमता को करीब 45 लाख लाइट डिस्प्लेसमेंट टन (एलडीटी) से बढ़ाकर 2024 तक दोगुना किया जायेगा। इससे हमारे युवाओं के लिये रोजगार के डेढ़ लाख अवसर सृजित होने के अनुमान हैं।’’
भारत ने जहाजों का पुनर्चक्रण अधिनियम 2019 को लागू किया है और हांगकांग अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को मान लिया है।
सीतारमण ने कहा कि कानून लागू होने के बाद गुजरात के अलंग में करीब 90 जहाज पुनर्चक्रण यार्ड को हांगकांग अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के अनुरूप प्रमाणपत्र प्राप्त हो चुके हैं।
बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में कहा कि भारत जहाज पुनर्चक्रण के वैश्विक कारोबार के कम से कम 50 प्रतिशत पर अधिपत्य जमाना चाहता है। अभी वैश्विक कारोबार में भारत की हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत है।
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