कोयले की कमी वाले बिजली संयंत्रों को आपूर्ति में दी जायेगी प्राथमिकता: कोल इंडिया
By भाषा | Published: September 2, 2021 05:54 PM2021-09-02T17:54:57+5:302021-09-02T17:54:57+5:30
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कॉल इंडिया लि. (सीआईएल) ने बृहस्पतिवार को कहा कि जिन बिजली घरों के पास छह दिन तक का कोयला भंडार रह गया है अथवा जिनके पास कोयले की भारी कमी है उन्हें आपूर्ति में प्राथमिकता दी जायेगी। सीआईएल ने बिजली संयंत्रों को कोयला आपूर्ति बढ़ाने में मदद के लिए एक बहु-आयामी प्रयास भी शुरू किया है। कंपनी की तरफ से यह बयान दरअसल देश के बिजली संयंत्रों में कोयल के कम होते भंडार के मद्देनजर आया है।कॉल इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘बिजली संयंत्रों में भंडार के निर्माण में मदद करने के लिए बहु-आयामी प्रयास शुरू किया गया है। सीआईएल ने 'जहां जैसा है' के आधार पर उन स्रोतों से रेल-सड़क के जरिये कोयला आपूर्ति की पेशकश की है, जहां भंडार अधिक है।’’कंपनी ने कहा कि जिन संयंत्रों में कोयला बिल्कुल समाप्ति पर है जहां बहुत कम दिनों के लिये कोयला रह गया है वहां भंडार बढ़ाने के लिए आकस्मिक आपूर्ति योजना तैयार कर प्राथमिकता दी गई है। साथ ही खदानों में उपलब्धता के मामले में संयंत्र के सुचारू संचालन के लिए वैकल्पिक स्रोत पहले ही आवंटित किए जा चुके हैं।कोल इंडिया ने अप्रैल-अगस्त के दौरान एक साल पहले की तुलना में बिजली क्षेत्र को 44 मीट्रिक टन अधिक कोयले की आपूर्ति की है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 के पहले पांच महीनों के दौरान कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों को लगभग 206 मीट्रिक टन सूखा ईंधन भेजा, जो एक साल पहले भेजे गए 162 मीट्रिक टन की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है।
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