Petrol-Diesel Price Today: जानें आज कितने रुपये लीटर बिक रहा ईंधन? लेटेस्ट अपडेट प्राइस यहां
By अंजली चौहान | Published: November 14, 2024 08:09 AM2024-11-14T08:09:15+5:302024-11-14T08:09:20+5:30
Petrol-Diesel Price Today: 14 नवंबर 2024 तक नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.77 रुपये प्रति लीटर है। नई दिल्ली में पेट्रोल की कीमत पिछले महीने स्थिर बनी हुई है, ₹94.72 और ₹94.77 के बीच उतार-चढ़ाव हो रहा है।
Petrol-Diesel Price Today: रूस और यूक्रेन में जबसे युद्ध छिड़ा है, तब से ही वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर चालू है। वैश्विक बाजार में रोज आने वाले बदलावों के कारण तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल औऱ डीजल जैसे ईंधनों की ताजा कीमतें जारी करती है। इन कीमतों के आधार पर पूरे देश में तेल की बिक्री की जाती है। रेट जारी करने का यह सिलसिला साल 2017 से शुरू हुआ है जो अब तक चला आ रहा है। 2017 से पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं, इन अपडेट के लिए देश की प्रमुख तेल कंपनियां जिम्मेदार हैं।
हर दिन की तरह आज यानी 14 नवंबर 2024 (बुधवार) को पेट्रोल और डीजल की कीमतें जारी की गई हैं।
आज के अपडेट के मुताबिक, सभी शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं, यानी वाहन चालक समान दरों पर ईंधन भरवा सकते हैं। हालांकि ईंधन की कीमतें हर शहर में अलग-अलग होती हैं, लेकिन मार्च 2024 से इनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
लोकसभा चुनाव से पहले मार्च में तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की कमी की थी। इसके बाद महाराष्ट्र में भी मामूली कमी की गई थी। यहां मेट्रो समेत प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों के सभी अपडेट दिए गए हैं। इंडियन ऑयल की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार 13 नवंबर 2024 को पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार है...,
शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें
शहर पेट्रोल (प्रति लीटर) डीजल (प्रति लीटर)
दिल्ली 94.72 87.62
मुंबई 103.44 89.97
कोलकाता 104.95 91.76
चेन्नई 100.75 92.34
नोएडा 94.83 87.96
गुरुग्राम 95.19 88.05
बेंगलुरु 102.86 88.94
चंडीगढ़ 94.24 82.40
हैदराबाद 107.41 95.65
जयपुर 104.88 90.36
पटना 105.18 92.04
वैश्विक बाजार में हालात?
बीते बुधवार को मामूली बढ़त के साथ बंद होने के बाद वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 68 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया, जबकि ब्रेंट 72 डॉलर से ऊपर बंद हुआ। तेल के लिए अतिरिक्त दबाव लगातार बढ़ती अमेरिकी मुद्रा से आया, जो ट्रम्प की जीत के बाद दो वर्षों में उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। इससे अधिकांश खरीदारों के लिए ग्रीनबैक में कीमत वाली वस्तुएं अधिक महंगी हो जाती हैं।
अक्टूबर के मध्य से कच्चे तेल में साप्ताहिक लाभ और हानि के बीच बदलाव आया है, व्यापारियों ने मध्य पूर्व में तनाव, ओपेक+ आपूर्ति नीति और विशेष रूप से चीन में मांग वृद्धि के जोखिमों पर विचार किया है। इस बात की व्यापक चिंता है कि वैश्विक बाजार अगले साल भरमार में बदल जाएगा, मॉर्गन स्टेनली ने नरम दृष्टिकोण का हवाला देते हुए इस सप्ताह अपने मूल्य पूर्वानुमान में कटौती की है।
वैश्विक तेल बाजार में चीन की कमजोर प्रोफ़ाइल को मध्य सप्ताह में उजागर किया गया था, अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन ने कहा था कि भारत अब एशिया में मांग वृद्धि का प्रमुख स्रोत है क्योंकि चीनी खपत इसकी आर्थिक मंदी और बढ़ती इलेक्ट्रिक-वाहन पैठ के कारण लड़खड़ा गई है। आगे का बाज़ार विश्लेषण अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी से गुरुवार को बाद में आएगा।
इस बीच, अमेरिका में, अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट ने बताया कि ब्लूमबर्ग द्वारा देखे गए एक दस्तावेज के अनुसार, अमेरिकी कच्चे माल की सूची में पिछले सप्ताह 800,000 बैरल की गिरावट आई है, कुशिंग, ओक्लाहोमा, हब का स्तर 1.9 मिलियन बैरल से भी कम हो गया है।