कोरोना संकट के बीच 1400 कर्मचारियों की छंटनी करेगा ओला, 2 महीनों में कंपनी के रेवेन्यू में 95 प्रतिशत की गिरावट
By स्वाति सिंह | Published: May 20, 2020 01:49 PM2020-05-20T13:49:34+5:302020-05-20T13:57:41+5:30
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बंद हुई ओला कैब की सेवाएं मंगलवार को अब शुरू हो गई। फिलहाल ओला ने देश के 160 से ज्यादा शहरों में अपनी कैब सर्विस शुरू की है। ओला ने कहा है कि सुरक्षित और सुखद यात्रा अनुभव के लिए अब वो पहले से ज्यादा सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है।
नई दिल्ली: ऑनलाइन कैब बुकिंग सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी ओला के सीईओ भावेश अग्रवाल ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले दो महीनों में सवारी, वित्तीय सेवाओं और खाद्य कारोबार से उसकी आमदनी 95 प्रतिशत घटी है और इसके चलते वह 1,400 कर्मचारियों को निकाल रही है।
कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में अग्रवाल ने यह साफ किया कि व्यापार का भविष्य ‘‘बेहद अस्पष्ट और अनिश्चित’’ है और ‘‘निश्चित रूप से इस संकट का असर हम पर लंबे समय तक रहेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खासतौर से हमारे उद्योग के लिए वायरस का असर बहुत खराब रहा है। पिछले दो महीनों में हमारी कमाई में 95 प्रतिशत की कमी आई है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस संकट ने हमारे लाखों ड्राइवरों और उनके परिवारों की आजीविका को प्रभावित किया है।’’
अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ने 1,400 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह छंटनी एकमुश्त होगी और सवारी सेवा के लिए इसे इस सप्ताह के अंत तक, ओला फूड और ओला फाइनैंशियल सर्विसेज के लिए अगले सप्ताह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कवायद के बाद कोविड-19 संबंधी कोई और छंटनी नहीं की जाएगी। अग्रवाल ने कहा कि अधिक से अधिक कंपनियों के बड़ी संख्या में कर्मचारी घर से काम करेंगे, हवाई यात्रा सीमित होंगी और छुट्टियों की योजना टाल दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में पक्का है कि संकट का असर लंबे समय तक रहेगा।
स्विगी करेगी 1,100 कर्मचारियों की छंटनी
वहीं, घर पर खाना डिलिवरी करने वाली कंपनी स्विगी ने अगले कुछ दिनों में अपने करीब 1,100 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसलिए वह देशभर में फैले अपने विभिन्न कार्यालयों और मुख्य कार्यालय में कर्मचारियों की संख्या कम करेगी।
कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में स्विगी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘‘आज स्विगी के लिए सबसे दुखद दिन है, क्योंकि हमें कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण छंटनी के दौर से गुजरना है।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने कंपनी को तोड़कर रख दिया है और अभी भी सिर्फ अनिश्चितता बनी हुई है। इस वजह से उसे मजबूरन आगे के लिए कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। हमें अपनी लागत कम करनी है और आगे की अनिश्चितताओं को देखते हुए किसी भी जोखिम से बचना है। अगले 18 महीने के दौरान व्यवसाय में उथल-पुथल की आशंका के चलते कंपनी अपने कारोबार का स्तर कम रही है।
13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करेगी जोमैटो
खान-पान से संबंधित ऑनलाइन सेवाएं देने वाली कंपनी जोमैटो ने शुक्रवार को कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण लगभग 13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी में लगभग 4,000 कर्मचारी काम करते हैं। जोमैटो के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) दीपिंदर गोयल ने कहा कि कंपनी के कारोबार के कई पहलुओं में पिछले कुछ महीनों में नाटकीय रूप से बदलाव आया है और इनमें से कई बदलाव स्थायी होने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक अधिक केंद्रित जोमैटो तैयार करना जारी रखेंगे लेकिन हमें अपने सभी कर्मचारियों के लिये पर्याप्त काम मिल पाने की उम्मीद नहीं दिख रही है। हम करीब 13 प्रतिशत कर्मचारियों को आगे अपने साथ रख पाने में सक्षम नहीं होंगे।’’
उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी छंटनी से प्रभावित हुए हैं, उन्हें अगले 24 घंटे के भीतर कंपनी की नेतृत्व टीम से जूम कॉल का निमंत्रण मिलेगा। इनके अलावा वैसे कर्मचारी जिन्हें अभी निकाला नहीं जा रहा है, लेकिन उनके लिये कंपनी के पास काम नहीं है तो उन्हें 50 प्रतिशत ही वेतन मिलेगा। गोयल ने कहा कि ऐसे कर्मचारियों से हम उम्मीद करते हैं कि वे अपना पूरा समय और अपनी पूरी ऊर्जा नयी नौकरी खोजने में लगायेंगे। कंपनी जून से अपने सभी कर्मचारियों के वेतन में 50 प्रतिशत तक कटौती करने जा रही है।
बता दें कि लॉकडाउन की वजह से देश में 25 मार्च से ही परिवहन के सभी साधन बंद पड़े हैं। इनमें ओला कैब भी शामिल हैं। अब लंबे ब्रेक के बाद ओला कैब के पहिए फिर से रफ्तार पकड़ेंगे।