भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए इजरायली कंपनी ने रखा प्रस्ताव, जानिए क्या है भारत सरकार का रुख
By आकाश चौरसिया | Published: February 11, 2024 05:44 PM2024-02-11T17:44:09+5:302024-02-11T17:51:35+5:30
इजरायल की टॉवर सेमीकंडक्टर अपनी योजना के लिए सरकारी प्रोत्साहन की मांग कर रहा है और देश में 65 नैनोमीटर और 40 नैनोमीटर चिप्स का निर्माण करना चाहता है।
नई दिल्ली: इजरायल की टॉवर सेमीकंडक्टर ने भारत में सेमीकंडक्टर चिप प्लांट बनाने के लिए 8 बिलियन डॉलर का प्रस्ताव रखा है। टॉवर अपनी योजना के लिए सरकारी प्रोत्साहन की मांग कर रहा है और देश में 65 नैनोमीटर और 40 नैनोमीटर चिप्स का निर्माण करना चाहता है। इस बात की जानकारी इंडियन एक्सप्रेस ने दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एजेंडा में सेमीकंडक्टर की उत्पादकता देश में हो, यह उनके लिए महत्वपूर्म है और इसके लिए सरकार दिसंबर, 2021 में 10 बिलियन डॉलर स्कीम सरकार लाई थी।
आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने पिछले साल अक्टूबर में टॉवर सेमीकंडक्टर के सीईओ रसेल सी एलवांगर से मुलाकात की थी। बैठक में भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन भी शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर के मुताबिक, दोनों ने सेमीकंडक्टर्स में भारत-टॉवर साझेदारी पर चर्चा की।
साल 2022 में इंटरनेशनल सेमीकंडक्टर कंसोर्टियम (आईएसएमसी), जिसमेंटॉवर सेमीकंडक्टर भी एक हिस्सा है और इस दौरान इजरायली कंपनी ने भारत की सेमीकंडक्टर योजना का हिस्सा बनने के लिए आवेदन किया था। हालांकि, उस समय इंटेल ने टॉवर सेमीकंडक्टर का अधिग्रहण करने का प्रस्ताव रखा था। इस कारण कंसोर्टियम के आवेदन पर रोक लगा दी गई थी क्योंकि सरकार अधिग्रहण पूरा होने के बाद टॉवर को कंसोर्टियम के साथ जारी रखने की इंटेल की योजना के बारे में निश्चित नहीं थी।
जब इंटेल के सीईओ पैट जेल्सिंगर ने साल 2022 में प्रधानमंत्री मोदी और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की तो कंपनी ने बिजनेस टुडे को बताया था कि भारत में निकट भविष्य में फाउंड्री स्थापित करने की कोई योजना नहीं है। लेकिन इंटेल-टावर सेमीकंडक्टर सौदे के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय एक बार फिर टॉवर सेमीकंडक्टर के संपर्क में था।
टॉवर सेमीकंडक्टर का व्यापार
टॉवर सेमीकंडक्टर इजरायल बेस्ड कंपनी है और करीब 300 विदेशी ग्राहकों को अपना प्रोडक्ट निर्यात करती है। उसके भागीदार मेडिकल, ऑटोमोटिव, इंडस्ट्रियल, ऐरोस्पेस, डिफेंस और कई दूसरे क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। ट्रेंडफोर्स Q1-Q3 डेटा के अनुसार यह 356 मिलियन डॉलर के साथ वैश्विक फाउंड्री राजस्व में सातवें स्थान पर था और इसका वार्षिक राजस्व 1 बिलियन डॉलर से अधिक होने की संभावना है।
टॉवर उन कंपनियों में से एक है जिसने भारत को सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मदद करने के लिए समय-समय पर पेशकश की है। 2013-14 में भी टॉवर सेमीकंडक्टर जेपी ग्रुप के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम का हिस्सा था, जहां यह आईबीएम के साथ एक प्रौद्योगिकी भागीदार होता। कंपनी ने एक बार फिर आईटी भागीदार बनने की पेशकश की और इस बार इंटरनेशनल सेमीकंडक्टर कंसोर्टियम (आईएसएमसी) के साथ, जिसने फरवरी 2022 में 65 नैनोमीटर प्रौद्योगिकी नोड एनालॉग फैब के लिए भारत की 76,000 करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर प्रोत्साहन योजना के तहत एक आवेदन प्रस्तुत किया था।