ब्रिटेनः दमाद ऋषि सुनक बनेंगे प्रधानमंत्री, जानें ससुर नारायण मूर्ति ने क्या कहा...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 25, 2022 03:28 PM2022-10-25T15:28:41+5:302022-10-25T15:30:04+5:30
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने कहा, ‘‘ऋषि सुनक को बधाई। हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि वह ब्रिटेन के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’’
नई दिल्लीः इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने अपने दामाद ऋषि सुनक को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाए जाने पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं।’’ सुनक (42) ने रविवार को कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद की दौड़ में जीत हासिल की और अब वह ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री बनने को तैयार हैं।
मूर्ति ने कहा, ‘‘ऋषि को बधाई। हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि वह ब्रिटेन के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’’ एक फार्मासिस्ट मां और डॉक्टर पिता के बेटे सुनक की शिक्षा इंग्लैंड के सबसे प्रसिद्ध स्कूलों में से एक विनचेस्टर और फिर ऑक्सफोर्ड में हुई थी।
उन्होंने गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक कंपनी में तीन साल काम किया और बाद में कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड से एमबीए किया, जहां उनकी मुलाकात इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई। उन्होंने 2009 में अक्षता से शादी की और दंपति की दो बेटियां कृष्णा और अनुष्का हैं।
ऋषि सुनक का ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुना जाना अभूतपूर्व: बाइडन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक का ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुना जाना “बहुत ही आश्चर्यजनक” और “एक अभूतपूर्व मील का पत्थर” है। बाइडन ने सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित दिवाली समारोह के दौरान कहा कि यह प्रकाशोत्सव याद दिलाता है कि हम में से प्रत्येक के पास अंधेरे को दूर करने और दुनिया में प्रकाश फैलाने की शक्ति है।
उन्होंने कहा, “यह एक विकल्प है। और हम हर दिन इसका चुनाव कर सकते हैं। यह हमारे जीवन और इस देश के जीवन में, विशेष रूप से लोकतांत्रिक देश के जीवन का सच है, फिर चाहे वह अमेरिका हो या भारत, जहां आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है। या फिर ब्रिटेन, जहां आज ही हमें खबर मिली है कि सुनक प्रधानमंत्री बन गए हैं।”
बाइडन ने समारोह के दौरान जब यह बात कही, तो तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। समारोह में 200 से अधिक मेहमानों ने शिरकत की, जिनमें भारतीय मूल के अमेरिकी और बाइडन प्रशासन के कई सदस्य शामिल थे। उन्होंने आप्रवासी भारतीय समुदाय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा, “कंजरवेटिव पार्टी के सुनक के प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद है।
यह काफी आश्चर्यजनक है और एक अभूतपूर्व मील का पत्थर है। यह काफी मायने रखता है।” बाइडन ने 2020 में भारतीय मूल की कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति चुनकर इतिहास बना दिया था। हैरिस अब अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं और बाइडन के बाद देश की दूसरी सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं। वह इस पद के लिए चुनी गईं भारतीय मूल की पहली व्यक्ति थीं।
बाइडन ने दिवाली को अमेरिकी संस्कृति का हिस्सा बनाने के लिए भारतीय अमेरिकियों को धन्यवाद देते हुए कहा, “दिवाली के मौके पर घरों और दिलों को खोलना, उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान करना, परिवार और दोस्तों के लिए दावतों की मेजबानी करना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना हमें साथ लाता है। … आप अमेरिकी व्यक्ति के जीवन के हर हिस्से में योगदान देते हैं।”