पश्चिम बंगाल में खोजे गये तेल भंडार पर सरकार की नजर
By भाषा | Published: November 19, 2020 08:00 PM2020-11-19T20:00:52+5:302020-11-19T20:00:52+5:30
कोलकाता, 19 नवंबर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि वह जल्दी ही पश्चिम बंगाल के अशोकनगर में खोजे गये तेल एवं गैस क्षेत्र को देखने जाएंगे और परियोजना की समीक्षा करेंगे।
राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के अशोकनगर में दो साल पहले तेल एवं गैस की खोज की गयी थी।
प्रधान ने कहा कि ओएनजीसी (ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लि.) ने उन्हें बताया है कि परियोजना स्थल पर वाणिज्यिक उत्खनन की संभावना है। सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी ने अशोकनगर में खोज के दौरान इस भंडार का पता लगाया।
मंत्री के अनुसार कंपनी ने उन्हें बताया कि इस फील्ड में तेल का अच्छा भंडार अनुमानित है और उसमें कुछ गैस भी हो सकती है।
उद्योग मंडल मर्चेन्ट्स चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) की सालाना आम बैठक में प्रधान ने कहा, ‘‘पायलट आधार पर हमने हल्दिया रिफाइनरी में तेल को भेजा और उसकी समीक्षा की गयी। मैं उसे देखने जल्दी ही वहां जाऊंगा।’’
एक सवाल के जवाब में प्रधान ने कहा कि ओएनजीसी ने दो दशकों की विलफता के बाद अंतत: गंगा के क्षेत्र में अशोकनगर में तेल एवं गैस का पता लगाया। उसे उम्ममीद है कि वह पश्चिम बंगाल में अपनी तरह का पहला भंडार है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार ब्लॉक से वाणिज्यिक उत्पादन चालू वित्त वर्ष के अंत तक शुरू हो सकता है।
ओएनजीसी ने 2018 में कहा था कि उसने अशोकनगर में एक कुएं में लाख घन मीटर प्रतिदिन गैस प्रवाह पाया है। पूर्व में पश्चिम बंगाल के अपतटीय क्षेत्र में गैस पाये गये थे, लेकिन बाद में वे उत्खनन के लिहाज अव्यवहारिक साबित हुए।
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