नोटबंदी: एक्सिस बैंक मनी लांड्रिंग मामले में ED ने 2 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क

By भाषा | Published: May 13, 2019 10:25 PM2019-05-13T22:25:09+5:302019-05-13T22:25:09+5:30

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामले में आपराधिक मामला दर्ज किया था। वर्ष 2016 में 1,000 रुपये के कुल 3.70 करोड़ रुपये मूल्य के नोट बरामद होने के बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।

Demonetisation: Enforcement Directorate attaches over Rs 2 crore assets in Axis Bank PMLA case | नोटबंदी: एक्सिस बैंक मनी लांड्रिंग मामले में ED ने 2 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क

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Highlightsप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि उसने मनी लांड्रिंग मामले में 2 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति कुर्क की है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से हटाने की घोषणा की थी। ईडी ने कहा कि मोहित गर्ग, नितिन गुप्ता और कुशवाहा लोगों से चलन से हटाये गये नोट लेते और मुखौटा कंपनियों के खाते में जमा करते।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि उसने मनी लांड्रिंग मामले में 2 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति कुर्क की है। यह मामला 2016 में नोटबंदी के बाद यहां एक्सिस बैंक शाखा के पूर्व अधिकारियों तथा अन्य के खिलाफ दायर प्रकरण से जुड़ा है। एक बयान में ईडी ने कहा कि उसने मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत अस्थायी कुर्की का आदेश जारी किया।

इसके तहत एक्सिस बैंक नोटबंदी मुद्रा अदला-बदली मामले में पुनीत जैन, हेमराज सिंह, विनोद देशमुख, राजीव सिंह कुशवाहा, महफूज खान, परवेश कुमार गांधी और अन्य की 2,95,92,351 रुपये की चल और अचल संपत्ति कुर्क की गयी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामले में आपराधिक मामला दर्ज किया था। वर्ष 2016 में 1,000 रुपये के कुल 3.70 करोड़ रुपये मूल्य के नोट बरामद होने के बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से हटाने की घोषणा की थी। बयान के अनुसार जांच से पता चला है कि नोटबंदी की घोषणा के बाद आरोपी मोहित गर्ग, नितिन गुप्ता, विनीत गुप्ता, शोभित सिन्हा और एक्सिस बैंक के अधिकारियों ने विनोद देशमुख, पुनीत जैन, हेमराज सिंह, परवेश कुमार गांधी तथा अन्य के पुराने नोटों को अवैध तरीके से बदलने के लिये मेसर्स बीगल मार्केटिंग, मेसर्स सनराइज ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स आरडी ट्रेडर्स, हिमालयन ट्रेडर्स जैसी राजीव सिंह कुशवाहा की मुखौटा कंपनियों का उपयोग किया।

ईडी ने कहा कि मोहित गर्ग, नितिन गुप्ता और कुशवाहा लोगों से चलन से हटाये गये नोट लेते और मुखौटा कंपनियों के खाते में जमा करते। यह काम एक्सिस बैंक के अधिकारियों की मदद से किया गया। उक्त मुखौटा कंपनियों के खातों में जमा राशि को बाद में सोना खरीदने को लेकर अलग-अलग सर्राफा कारोबारियों के खाते में हस्तातंरित कर दिया जाता है।

बयान के अनुसार इस प्रकार, उन्होंने कमीशन के आधार पर अवैध तरीके से चलन से हटो गये नोटों का उपयोग सोना खरीदने में किया। ईडी का कहना है कि इस तरीके से अलग-अलग लोगों के 40 करोड़ रुपये को बदला गया। कुशवाहा, विनीत गुप्ता और शोभित गुप्ता तीनों एक्सिस बैंक की कश्मीरी गेट स्थित शाखा में अधिकारी थे। उन्हें ईडी ने इस मामले में गिरफ्तार किया। फिलहाल वे जमानत पर हैं। बाद में बैंक ने कर्मचारियों को हटा दिया। ईडी ने इस मामले में अब तक दो मामले दर्ज किये हैं। 

Web Title: Demonetisation: Enforcement Directorate attaches over Rs 2 crore assets in Axis Bank PMLA case

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