Groww: ब्रोकरेज फर्म 'ग्रो' पर लगा धोखाधड़ी का आरोप, निवेशक के रुपए डूबे या बचे, जानने के लिए पढ़िए पूरी रिपोर्ट
By आकाश चौरसिया | Published: June 24, 2024 03:31 PM2024-06-24T15:31:59+5:302024-06-24T16:08:55+5:30
Groww: ब्रोकरेज फर्म 'ग्रो' पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है, हाल में एक निवेशक ने आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि कंपनी ने उनका पैसा म्यूचुअल फंड में निवेश ही नहीं किया, जबकि इन्वेस्टर ने इसमें ही निवेश करने के लिए पैसा लगाया था।
Groww:शेयर बाजार में नामचीन ब्रोकरेज कंपनी ग्रो (Groww) पर गंभीर आरोप एक इन्वेस्टर ने लगाए हैं। निवेशक का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें ऐसी परिस्थिति में डाल दिया, जिसे लेकर उन्होंने कभी सोचा नहीं था, हुआ ये कि निवेशक ने लेनदेन ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म से की होगी, इस दौरान उसके साथ कुछ हेराफरी हुई। इतने में निवेशक को इसका अंदाजा लग गया, बिना देरी के इन्वेस्टर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर 'ग्रो' कंपनी के द्वारा की गई हरकत को सार्वजनिक किया। उन्होंने दावा किया कि 'ग्रो' ने म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए उनसे पैसे तो लिए, लेकिन उन रुपयों को म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश ही नहीं किया।
पीड़ित ने पोस्ट के जरिए अपना गुस्सा कंपनी पर निकाला क्योंकि उसने कहा कि कंपनी ने उसके साथ स्कैम और फ्रॉड किया। यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा, 'आप लोगों को इस तरह के फ्रॉड और स्कैम की गतिविधि को अंजाम देने के लिए शर्मिंदा होना चाहिए'।
इसके बाद यूजर ने बताया कि यह अनुभव हमें उस कठिन परीक्षा से अवगत कराता है जिसका उसके भाई-बहन को सौदेबाजी में सामना करना पड़ा था। उन्होंने फिर आड़े हाथों लेते हुए कहा, "मेरी बहन ने साल 2020 में पराग पारिख म्यूचुअल फंड में 'ग्रो' ऐप के माध्यम से कुछ राशि का निवेश किया है। लेनदेन सफलतापूर्वक हो गया, हमें एक फोलियो नंबर भी सौंपा गया।"
उन्होंने दावा किया कि धोखाधड़ी कुछ समय बाद शुरू हुई, जब वे फंड की निकासी चाहते थे। कथित तौर पर वे इस फंड को वापस नहीं ले सके और तब उन्हें पता चला कि उन्होंने म्यूचुअल फंड से धन का निवेश ही नहीं किया।
इन्वेस्टर ने 'ग्रो' कस्टमर केयर के साथ तीखी नोकझोंक की और उसे 'अहंकारी' तक कह दिया। उसके बाद, निवेशक ने दावा किया कि फोलियो से संबंधित सभी विवरण हटा दिए गए थे और डैशबोर्ड भी साफ किया गया। उपयोगकर्ता के अनुसार, जबरदस्ती 'ग्रो' ने पूरे म्यूचुअल फंड को हटाने की भी कोशिश की।
ग्रो ने कहा..
ब्रोकरेज फर्म 'ग्रो' ने अपनी ओर से एक स्पष्टीकरण जारी किया और कहा, हम सभी को आश्वस्त करते हैं कि उक्त मामले में कोई लेनदेन नहीं हुआ और ग्राहक के बैंक खाते से कोई पैसा नहीं काटा गया।
स्पष्टीकरण बयान में 'ग्रो' की ओर से कहा गया है कि "ग्राहक के डैशबोर्ड ने गलती से एक फोलियो को देखा। हमने त्रुटि के लिए खेद व्यक्त करते हुए ग्राहक को समझाया है। हमने समस्या का समाधान कर लिया है और किसी भी आवश्यक सहायता के लिए ग्राहक के संपर्क में हैं।"
यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि निवेशक के द्वारा 'लिंक्डइन' पोस्ट हटा दी गई थी। हालांकि, 'एक्स' पर निवेशक ने एक 'अपडेट' साझा किया जिसमें लिखा था, "हमने ग्रो टीम के साथ कई बार बातचीत और चर्चा की है और अंततः उन्होंने स्वीकार किया कि एक गलती हुई थी।" साथ ही ब्रोकरेज फर्म ने माना कि गलत फोलियो बन गया था।"
यह चर्चा आग की तरह सोशल मीडिया पर फैल गई और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई क्योंकि खबर पोस्ट करने वाले 'एक्स' यूजर ने पूछा कि क्या ग्रो झूठ बोल रहा है और कहा, "निवेशक झूठ बोल रहा है, तो उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करें। लेकिन अगर ब्रोकरेज फर्म झूठ बोल रहे हैं, तो सेबी को उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "मेरा भाई भी एसआईपी के लिए आपके प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है, और मुझे आशा है कि आप हमारे साथ ऐसा नहीं करेंगे।"