Adani Group: राजीव जैन को बंपर फायदा, दो दिन में 3100 करोड़ रुपये कमाया, जानें असर
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 4, 2023 05:09 PM2023-03-04T17:09:10+5:302023-03-04T17:32:14+5:30
Adani Group: एनआरआई निवेशक राजीव जैन के स्वामित्व वाली जीक्यूजी पार्टनर्स ने संकट के समय कई कदम उठाए।
Adani Group: वित्तीय शोध करने वाली कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद कई तरह के आरोपों का सामना कर रहे अडानी समूह के लिए राहत भरी खबर है। अमेरिकी कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स ने बड़ा निवेश किया है। इस निवेश की जानकारी अडानी समूह की तरफ से ही दी गई है।
एनआरआई निवेशक राजीव जैन के स्वामित्व वाली जीक्यूजी पार्टनर्स ने संकट के समय कई कदम उठाए। राजीव जैन अडाणी ग्रुप के लिए तरणहार बन गए। दो दिन में राजीव जैन ने 3100 करोड़ रुपये का लाभ कमाया है। संकटग्रस्त अडानी ग्रुप में 15,446 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
साहसिक दांव ने केवल दो दिनों के अंतराल में 20% से अधिक का शानदार रिटर्न दिया है। अडानी के 4 शेयरों अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अदानी ग्रीन एनर्जी और अदानी ट्रांसमिशन में जैन के निवेश का बाजार मूल्य 18,548 करोड़ रुपये हो गया है।
अडाणी समूह ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने समूह की चार सूचीबद्ध कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी अमेरिकी संपत्ति प्रबंधक कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स को 15,446 करोड़ रुपये में बेची है। अडाणी समूह को आने वाले महीनों में दो अरब डॉलर से अधिक का कर्ज चुकाना है और इसलिए उसे नकदी की जरूरत है।
समूह ने एक बयान में कहा कि अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीसेज), अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) के शेयर बाजार में बेचे गए। बयान के मुताबिक इस निवेश के साथ जीक्यूजी भारतीय बुनियादी ढांचे के विकास और वृद्धि में एक प्रमुख निवेशक बन गया है।
अडाणी समूह पर 2.21 लाख करोड़ रुपये का कुल ऋण है, जिसका लगभग आठ प्रतिशत अगले वित्त वर्ष के अंत तक चुकाना है। एईएल में बिक्री से पहले प्रवर्तकों की 72.6 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 3.8 करोड़ शेयर या 3.39 प्रतिशत हिस्सेदारी 5,460 करोड़ रुपये में बेची गई।
एपीसेज में प्रवर्तकों की 66 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 8.8 करोड़ शेयर या 4.1 प्रतिशत हिस्सेदारी 5,282 करोड़ रुपये में बेची गई। एटीएल में प्रवर्तकों की 73.9 फीसदी हिस्सेदारी थी और इसमें 2.8 करोड़ शेयर या 2.5 फीसदी हिस्सेदारी 1,898 करोड़ रुपये में बेची गई।
एजीईएल में प्रवर्तकों की 60.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें 5.5 करोड़ शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये में बेची गई। अडाणी समूह के सीएफओ जुगशिंदर सिंह (रॉबी) ने कहा कि जीक्यूजी के साथ सौदा संचालन व्यवस्था, प्रबंधन गतिविधियों और अडाणी कंपनियों में वैश्विक निवेशकों के लगातार भरोसे को दर्शाता है।