'आपको शर्म आनी चाहिए', इजराइली फिल्म निर्माता के 'द कश्मीर फाइल्स' को अश्लील और दुष्प्रचार बताने पर इजराइली राजदूत ने मांगी माफी
By अनिल शर्मा | Published: November 29, 2022 11:35 AM2022-11-29T11:35:23+5:302022-11-29T14:59:50+5:30
भारत के 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के जूरी प्रमुख नदाव ने समापन समारोहमें 'द कश्मीर फाइल्स' को एक " दुष्प्रचार" और "अश्लील" फिल्म बताया। नदाव के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है।
नई दिल्ली: फिल्म कश्मीर फाइल्स पर इजरायली फिल्म निर्माता नदाव लपिड की टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया है। भारत में इजरायल के दूत नाओर गिलोन ने मंगलवार को भारत के 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के जूरी प्रमुख नदाव की खिंचाई की और अपने देशवासी के आचरण के लिए माफी मांगी है। उन्होंने नदाव को संबोधित करते हुए कहा कि आपको शर्मा आनी चाहिए।
द कश्मीर फाइल्स की आलोचना के बाद नदाव लपिड (NadavLapid) को राजदूत गिलोन ने एक खुला खत लिखा। उन्होंने ट्वीट में कहा कि यह हिब्रू में नहीं है क्योंकि मैं चाहता था कि हमारे भारतीय भाई-बहन इसे समझ सकें। यह अपेक्षाकृत लंबा भी है इसलिए मैं आपको आखिरी बात सबसे पहले बताना चाहूंगा।
गिलोन ने विवाद को लेकर सिलसिलेवार ट्वीट्स किए। और लपिड को फटकार लगाई। राजदूत ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और इजराइल के लोगों और राज्यों के बीच दोस्ती बहुत मजबूत है और आपने (लपिड) जो नुकसान पहुंचाया है, इसके बावजूद बची रहेगी। एक इंसान के रूप में मुझे शर्म आती है और हम अपने मेजबानों से उस बुरे तरीके के लिए माफी मांगना चाहते हैं जिससे हमने उन्हें उनकी उदारता और दोस्ती के बदले दिया।
राजदूत गिलोन ने पत्र में आगे कहा है, मेरा सुझाव। जैसा कि आपने अतीत में मुखर रूप से इजरायल में जो आपने पसंद नहीं किया उसकी स्वतंत्र रूप से आलोचना की, कम से कम दूसरे देशों अपनी इस हताशा को प्रदर्शित ना करें। मुझे नहीं लगता कि इस तरह की तुलना करने के लिए आपके पास कोई ठोस आधार हैं।
इजराइय राजदूत के अलावा इजराइल महावाणिज्यदूत कोब्बी शोशानी ने भी फिल्म निर्माता के बयान पर अपनी असहमति जाहिर की। उन्होंने कहा कि ''मैंने कश्मीर फाइल देखी और इसके कलाकारों से मुलाकात भी की। मेरी नदाव लपिड से अलग राय है। उनके भाषण के बाद, मैंने नदाव को अपनी राय बताई।''
गौरतलब है कि फिल्म समारोह के समापन के दौरान 'द कश्मीर फाइल्स' को एक " दुष्प्रचार" और "अश्लील" फिल्म बताया। उन्होंने कहा कि"हम सभी 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म से परेशान और हैरान थे। यह हमें एक दुष्प्रचार और अश्लील फिल्म की तरह लगा जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कलात्मक और प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त थी।" लपिड ने कहा कि मैं खुले तौर पर इस भावना को आपके साथ साझा करने में सहज महसूस करता हूं क्योंकि फिल्म महोत्सव की भावना वास्तव में आलोचनात्मक चर्चा को स्वीकार कर सकती है जो कला और जीवन के लिए आवश्यक है। नदाव के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है।