इस स्टोरी में इमोशन है ड्रामा है और ट्रेजडी है लेकिन कहानी नहीं है "यमला पगला दीवाना फिर से"
By विवेक कुमार | Published: August 31, 2018 03:03 PM2018-08-31T15:03:28+5:302018-08-31T15:03:28+5:30
धर्मेंद्र, सनी देओल और बॉबी देओल ने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों को काफी हंसाया है।
फिल्म- यमला पगला दीवाना फिर से
स्टार कास्ट- धर्मेंद्र, सनी देओल, बॉबी देओल, कृति खरबंदा, शत्रुघ्न सिन्हा, असरानी
डायरेक्टर- नवनीत सिंह
जॉनर- कॉमेडी
रेटिंग- 5/ 2
कुछ फ़िल्में ऐसी भी होती हैं जिन्हें देखने के लिए आपको ज्यादा दिमाग लगाना नहीं पड़ता, बस जरुरत होती है तो उन्हें सिनेमाघरों में जाकर देखने की। नवनीत सिंह के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'यमला पगला दीवाना फिर से' इन्हीं फिल्मों में से एक है जिसकी कहानी आपको पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर करती है। वहीं इस फिल्म में थोड़ा इमोशन भी है।
कहानी- फिल्म की कहानी अमृतसर के रहने वाले वैद्य पूरन सिंह( सनी देओल) की है जो अपनी असरदार दवा 'वज्रकवच' से रोगियों का ईलाज करता है। इस दवा की प्रसिद्धि इतनी ज्यादा है कि बड़ी से बड़ी फार्मा कम्पनियाँ इसके फ़ॉर्मूले को पाना चाहती है। वज्रकवच के इस फ़ॉर्मूले को मर्फतिया फार्मा कम्पनी का मालिक भी हर कीमत पर पाना चाहता है लेकिन पूरन, वज्रकवच के फ़ॉर्मूले को बेचने से मना कर देता है। वहीं पूरन के घर में उसका एक भाई काला (बॉबी देओल) भी रहता है जिसका सपना है कि वो जल्दी अमीर बन जाए और कनाडा जाए। इस घर में एक वकील जयंत परमार (धर्मेन्द्र) भी किराये पर रहता है। जिसे दिन में भी परियां नजर आती हैं। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब चीकू (कृति खरबंदा) की एंट्री होती है। चीकू एक डॉक्टर है और आयुर्वेद की जानकारी के लिए पूरन के घर पर आती है। लेकिन एक दिन अचानक बिजनेसमैन मर्फतिया, पूरन सिंह के ऊपर दवा का फॉर्मूला चोरी करने का केस करता है। जिसके बाद कहानी कई ट्विस्ट और टर्न लेते हुए अमृतसर से गुजरात पहुंच जाती है। लेकिन आखिर वो कौन है जो पूरन के घर से वज्रकवच के फॉर्मूले को चोरी करता है? अंततः क्या होता है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
डायरेक्शन- नवनीत सिंह के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म की कहानी काफी कमजोर है। जिसपर ज्यादा काम होना चाहिए था। एक समय के बाद फिल्म की कहानी आपको बोर करती है। फिल्म में और भी ज्यादा मसाला भरा जा सकता था। बाकी फिल्म आपको हंसाने में काफी हद तक कामयाब होती है।
एक्टिंग-धर्मेंद्र, सनी देओल और बॉबी देओल ने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों को काफी हंसाया लेकिन कमजोर कहानी की वजह से वह इस फिल्म को सिर्फ ढोते हुए नजर आए।
म्यूजिक- रफ्ता- रफ्ता गाने के अलावा फिल्म को कोई भी गाना आपको कुछ खास पसंद नहीं आएगा। वैसे इस गाने के अलावा लिटिल- लिटिल पी गया, नजरबट्टू भी है।
क्या है स्पेशल- अगर आप कॉमेडी फिल्मों के शौक़ीन हैं और फिल्म की कहानी पर ज्यादा दिमाग नहीं लगाते हैं तो ये फिल्म आपको पसंद आएगी। बाकी फिल्म में एक साथ कई बड़े स्टार्स धर्मेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, सनी देओल भी हैं जिनके लिए ये फिल्म एक बार देखी जा सकती है।