जावेद अख्तर के आरएसएस और तालिबान की तुलना करने वाले बयान पर भड़के बीजेपी नेता, कहा- माफी मांगे नहीं तो ..
By दीप्ती कुमारी | Published: September 5, 2021 09:05 AM2021-09-05T09:05:36+5:302021-09-05T09:09:12+5:30
गीतकार जावेद अख्तर के तालिबान और आरएसएस वाले बयान पर बीजेपी हमलावर है । बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि जब तक जावेद अख्तर माफी नहीं मांगते हम उनकी कोई फिल्म चलने नहीं देंगे ।
दिल्ली : आरएसएस और तालिबान की तुलना करने को लेकर गीतकार और फिल्म लेखक जावेद अख्तर पर बीजेपी ने हमला बोला है । बीजेपी नेता राम कदम ने उनके इस बयान के लिए माफी की मांग की है और कहा कि जब तक वह माफी नहीं मांगते तब तक देश में उनकी फिल्मों को नहीं चलने दिया जाएगा । दरअसल जावेद अख्तर ने तालिबान और आरएसएस को लेकर एक बयान दिया था, जिसके बाद यह पूरा बवाल सामने आया ।
हाल ही में न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने कहा था कि तालिबान बर्बर है, उसकी हरकतें निंदनीय है लेकिन आरएसएस और बजरंग दल का समर्थन करने वाले सभी एक जैसे हैं । जावेद अख्तर का यह बयान बीजेपी नेता को बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्होंने कहा कि यदि आरएसएस तालिबान की तरह होता तो जावेद अख्तर को इस तरह के बयान देने की अनुमति नहीं होती ।
#संघ तथा #विश्वहिंदूपरिषद के करोडों कार्यकर्ताओ की, जब तक हाथ जोड़कर #जावेदअख्तर माफी नही मांगते. तब तक उनकी तथा उनके परिवार की कोई भी #फिल्म इस #माभारती के भूमि पर नहीं चलेगी. pic.twitter.com/ahWgVQWuvH
— Ram Kadam - राम कदम (@ramkadam) September 4, 2021
जावेद अख्तर ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि तालिबान और जो लोग एक हिंदू राष्ट्र चाहते हैं , उनमें क्या अंतर है । आरएसएस भाजपा के वैचारिक अभिभावक हैं , जो लंबे से यह मानते रहे हैं कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है । अख्तर की इस टिप्पणी के बाद बीजेपी नेता कदम ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा , "जावेद जावेद अख्तर का यह बयान न केवल शर्मनाक है, बल्कि संघ और विश्व हिंदू परिषद के करोड़ों पदाधिकारियों और दुनिया भर में उनकी विचारधारा का पालन करने वाले करोड़ों लोगों के लिए दर्दनाक और अपमानजनक है ।'
कदम ने कहा कि ''ये टिप्पणी करने से पहले उन्हें यह सोचना चाहिए था कि उसी विचारधारा वाले लोग अब सरकार चला रहे हैं और राजधर्म निभा रहे हैं ।, "हम उनकी किसी भी फिल्म को मां भारती की इस भूमि में तब तक नहीं चलने देंगे जब तक कि वह संघ के उन पदाधिकारियों से हाथ जोड़कर माफी नहीं मांगते, जिन्होंने राष्ट्र को अपना जीवन समर्पित कर दिया है ।"