The Sholay Girl Review: पहली इंडियन स्टंट वुमन की बेहतरीन कहानी, एक्शन और इमोशन का परफेक्ट डोज
By मेघना वर्मा | Published: March 9, 2019 03:00 PM2019-03-09T15:00:51+5:302019-03-09T15:00:51+5:30
कुछ सीन्स जैसे रेश्मा को छत से कूदकर बीच हवा में रुकने का सीन हो या आग से निकल कर आने का ये आपको भी थोड़ा थ्रिल फील करा देंगे।
एक गरीब लड़की, घर में बीमार बाप, बच्चों का पेट पालती मां, उधारी ना देने वाला दुकानदार, लवर और एक गॉड फादर। महिला दिवस के मौके में ZEE5 पर रिलीज हुई शॉर्ट फिल्म द शोले गर्ल की बस इतनी सी ही कहानी आपका दिल छू जाएगी। इंडियन सिनेमा की पहली स्टंट गर्ल रेशमा पठान की इस बायोपिक में ना ज्यादा ड्रामा है ना ज्यादा सस्पेंस बस एक्शन है और रेशमा का जज्बा।
1975 के जिस जमाने में लड़कियों को घर की चौखट तक आने के लिए परमिशन लेनी पड़ती थी उस समय रेशमा ने मर्दों वाले स्टंट करना शुरू कर दिया। पेट पालने के लिए ही सही मगर अपने हुनर और जज्बे को इतना ऊंचा किया कि बड़े-बडे़ फिल्म स्टार्स और डायरेक्टर्स के बीच फेमस हो गईं। रेशमा की ही जिंदगी पर बनी द शोले गर्ल महिला दिवस पर एक अच्छा गिफ्ट है।
क्या है द शोले गर्ल की कहानी
कहानी है रेशमा की। रेशमा जिसका बाप बीमारी से बिस्तर पर पड़ा है। मां उसकी सेवा में और तीन भाई बहन हैं। उन्हीं का पेट पालने के लिए रेशमा और नुक्कड़ों पर स्टंट करना शुरू कर देती है। मुंबई की सड़क पर एक दिन उसकी मुलाकात एक स्टंट डायरेक्टर से होती है जो उसे फिल्मों में काम दिला देता है। बस यहीं से शुरू होती है रेशमा की जर्नी।
सुपरहिट फिल्मों में एक्ट्रैस का स्टंट करने वाली रेशमा को इस काम में मजा भी आने लगता है। साथ ही उसको मिलने वाले पैसे से वो अपने और अपने परिवार का पेट भी पालती है। उन्हें पहचान मिलती है फिल्म शोले से। शोले फिल्म का वो सीन जब हेमा मालिनी अपने तांगे पर डाकूओं से बचकर भागती हैं और उनके तांगे का एक पहिया टूट जाता है।
इस स्टंट को करते हुए रेशमा बुरी तरह घायल हो जाती है। पैर में टांके लगने के बाद भी वो इस स्टंट को बखूबी पूरा करती है। उसके हौसले और जज्बे के लिए उन्हें टाइटल दे दिया जाता है द शोले गर्ल का।
एक्टिंग हो सकती थी और बेहतर
द शोले गर्ल में रेशमा का किरदार निभाने वाली बिदिता बैग की एक्टिंग आपको कहीं ना कहीं निराश करेगी। किसी-किसी सीन में वो ओवरड्रमेटिक हो जाती हैं तो कहीं-कहीं वो सीन में ही खोई हुई दिखती हैं। वहीं फिल्म में वैसे तो कोई और कलाकार ज्यादा फेम में नहीं है मगर सभी ने एक्टिंग ठीक-ठाक की है।
डायरेक्शन है अच्छा
आदित्य सरपोदर के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म 1975 के सेट्स और एक्शन सीन्स को दिखाने में कामयाब रही हैं। कुछ सीन्स जैसे रेश्मा को छत से कूदकर बीच हवा में रुकने का सीन हो या आग से निकल कर आने का ये आपको भी थोड़ा थ्रिल फील करा देंगे। वहीं बैक्ग्राउंड म्यूजिक की बात करें तो परफेक्ट सिचुएशन के साथ परफेक्ट म्यूजिक दी गई है।
हमेशा ही अपने चेहरे को छिपाकर एक्ट्रेसेज को सुपर स्टंट करते दिखाने वाली रेशमा रोहित शेट्टी की फिल्म गोलमाल अगेन में दिखाई दी हैं। इतनी उम्र होने के बाद भी उनकी काम करने की क्षमता प्रेरणादायक है।