भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं स्वरा भास्कर, उज्जैन में राहुल गाधी के साथ कदमताल करती आईं नजर
By विनीत कुमार | Published: December 1, 2022 10:32 AM2022-12-01T10:32:45+5:302022-12-01T10:39:52+5:30
बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर आज राहुल गांधी के साथ 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं। वह उज्जैन में इस यात्रा का हिस्सा बनीं। स्वरा भास्कर यात्रा में हिस्सा लेने के लिए कल शाम इंदौर पहुंच गई थीं।
उज्जैन: बॉलीवुड अदाकार स्वरा भास्कर गुरुवार को उज्जैन में 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं। राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की इस यात्रा में शामिल होने के लिए स्वरा भास्कर बुधवार को ही मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंच गई थीं। स्वरा भास्कर से पहले पूजा भट्ट, सुशांत सिंह, रश्मि देसाई, रिया सेन, अमोल पालेकर भी कांग्रेस की इस 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हो चुके हैं।
स्वरा भास्कर भाजपा की नीतियों और मौजूदा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अक्सर आवाज उठाती रही हैं। सोशल मीडिया पर भी कई बार भाजपा समर्थक उन्हें ट्रोल करते रहे हैं। उनके भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर कांग्रेस की ओर से एक तस्वीर कर ट्वीट किया गया, 'आज प्रसिद्ध अभिनेत्री स्वरा भास्कर भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बनीं। समाज के हर वर्ग की उपस्थिति ने इस यात्रा को सफल बना दिया है।'
आज प्रसिद्ध अभिनेत्री @ReallySwara#BharatJodoYatra का हिस्सा बनी।
— Congress (@INCIndia) December 1, 2022
समाज के हर वर्ग की उपस्थिति ने इस यात्रा को सफल बना दिया है। pic.twitter.com/Ww5lEZnDys
भाजपा ने हाल ही में दावा किया था कि अभिनेताओं को यात्रा में उनकी 'उपस्थिति' के लिए भुगतान किया जाता है, जिसे हैदराबाद में राहुल गांधी के साथ चलने वाली पूजा भट्ट ने खारिज कर दिया। महाराष्ट्र भाजपा नेता नितेश राणे ने एक कथित व्हाट्सएप संदेश का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें अभिनेताओं को उनके अपने समय पर यात्रा में हस्सा लेने के लिए कहा गया था। कांग्रेस ने भी भाजपा के दावे को खारिज कर दिया था और कहा कि जो लोग यात्रा में शामिल हुए हैं वे एक वजह के लिए खड़े हैं।
भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस की ओर से निकाली जा रही यात्रा है। यात्रा की शुरुआत कन्याकुमारी से हुई है। इसके तहत कन्याकुमारी से श्रीनगर की 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा की जानी है। फिलहाल यह यात्रा और राहुल गांधी कन्यकुमारी से चलते हुए मध्य प्रदेश पहुंच चुके हैं। मध्य प्रदेश के बाद इस यात्रा को राजस्थान का रूख करना है।कांग्रेस के अनुसार विभिन्न मुद्दों पर जनता से सीधे संवाद करने तथा ‘आर्थिक विषमता’, ‘सामाजिक ध्रुवीकरण’ और ‘राजनीतिक केंद्रीकरण’ के खिलाफ मुहिम छेड़ने के मकसद से ये यात्रा निकाली गई है।