'स्त्री' की शानदार कमाई जारी, दूसरे वीकेंड पर भी चला जादू
By विवेक कुमार | Published: September 10, 2018 12:00 PM2018-09-10T12:00:39+5:302018-09-10T12:00:39+5:30
'स्त्री' फिल्म को 1950 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। वहीं इस फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ बताया जा रहा है। इस फिल्म की कहानी राज और डी के ने लिखी है।
मुंबई, 10 सितम्बर: अमर कौशिक के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'स्त्री' बॉक्स ऑफिस पर लगातार कमाई कर रही है। राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म 'स्त्री' को क्रिटिक्स ने भी इसे अच्छे रिव्यू दिए हैं। ट्रेड एनालिस्ट तरन आदर्श के अनुसार स्त्री ने सिनेमाघरों में पहले दिन (शुक्रवार) 6.82 करोड़, शनिवार को 10.87 करोड़ और रविवार को अपनी कमाई में इजाफा करते हुए 14.57 करोड़ और सोमवार 9.70 करोड़ की कमाई की। वहीं मंगलवार को फिल्म स्त्री 6.37 करोड़, बुधवार को 6.55 करोड़ और गुरुवार को 5.50 करोड़ कमाए।
6 दिनों में फिल्म स्त्री की कुल कमाई 60.39 करोड़ रुपए की है। दूसरे वीकेंड में फिल्म स्त्री ने 21. 90 करोड़ की कमाई की है। अब तक फिल्म ने अपने खाते में कुल 82. 29 करोड़ जमा कर लिए हैं।
#Stree biz at a glance...
— taran adarsh (@taran_adarsh) September 10, 2018
Week 1: ₹ 60.39 cr
Weekend 2: ₹ 21.90 cr
Total: ₹ 82.29 cr
India biz.
SUPER HIT... Heading towards BLOCKBUSTER status.
'स्त्री' फिल्म को 1950 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। वहीं इस फिल्म का बजट करीब 30 करोड़ बताया जा रहा है। इस फिल्म की कहानी राज और डी के ने लिखी है।
अगर 'स्त्री' के बारे में बात करें तो फिल्म की कहानी चंदेरी गांव की है। जहां एक 'स्त्री' का काला साया मंडराता है। गांव में इस स्त्री के भूत का खौफ इतना ज्यादा है कि घर के सभी दीवारों पर 'ओ स्त्री कल आना' लिखा होता है। गांव वालों का मानना है कि हर साल पूजा के अवसर पर ये स्त्री आती है और गांव के पुरषों को उठा ले जाती है। वहीं इस फिल्म में राजकुमार राव लेडिज टेलर विकी के किरदार में नजर आते हैं। गांव में विकी के दो जिगरी दोस्त भी हैं बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) और जनक (अभिषेक बनर्जी)।
एक दिन विकी के जिन्दगी में अचानक श्रद्धा कपूर की एंट्री होती है। लेकिन श्रद्धा के आते ही गांव के आदमियों का गायब होने का सिलसिला शुरू हो जाता है। विकी के दोस्तों को शक है कि ये स्त्री(भूत) और कोई नहीं श्रद्धा कपूर ही है। ये शक और भी ज्यादा गहरा हो जाता है जब विकी का जिगरी दोस्त जनक, स्त्री का अगला शिकार बनता है। जिसके बाद शक की पूरी सूई श्रद्धा की तरफ जाती है। फिर शुरू होती है 'स्त्री' से छुटकारा पाने की खोज जिसमें विकी का साथ पंकज त्रिपाठी देते हैं। जिसके बाद कहानी कई ट्विस्ट और टर्न लेती है जो आपको डराती और गुदगुदाती है।