फिल्म 'भीड़' के ट्रेलर से हटाया गया था पीएम मोदी का वॉइस ओवर, जानिए निर्देशक अनुभव सिन्हा ने इसके बारे में क्या कहा
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 21, 2023 01:28 PM2023-03-21T13:28:30+5:302023-03-21T13:30:23+5:30
'भीड़' के ट्रेलर में कोरोना महामारी के बाद लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की तुलना भारत के बंटवारे के समय उत्पन्न हुई परिस्थितियों से भी किया गया है। अनुभव सिन्हा ने कहा कि वह अब 'मुल्क' और 'आर्टिकल 15' जैसी प्रशंसित सामाजिक-राजनीतिक फिल्मों के बाद लोगों द्वारा "राष्ट्र-विरोधी" करार दिए जाने के आदी हो गए हैं।

निर्देशक अनुभव सिन्हा
नई दिल्ली: निर्देशक अनुभव सिन्हा की आने वाली फिल्म 'भीड़' कोरोना महामारी के बाद लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन पर आधारित है। फिल्म 'भीड़' का ट्रेलर सामने आने के बाद से ही इस फिल्म को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है। दरअसल फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संबोधन से हुई थी जिसमें उन्होंने कोविड लॉकडाउन की घोषणा की थी। ट्रेलर में पीएम मोदी के संबोधन का इस्तेमाल वाइस ओवर के रूप में किया गया था। हालांकि कुछ दिन बाद ही इसे ट्रेलर से हटा दिया गया और नया ट्रेलर जारी हुआ।
'भीड़' के ट्रेलर में कोरोना महामारी के बाद लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की तुलना भारत के बंटवारे के समय उत्पन्न हुई परिस्थितियों से भी किया गया है। पलायन करते मजदूरों के दृश्य के साथ ट्रेलर में कहा गया है कि 'एक बार फिर हुआ था बंटवारा, 2020 में।' अब सोशल मीडिया पर इस फिल्म को भारत विरोधी भी बताया जा रहा है। विवाद के बाद मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि निर्माता भूषण कुमार ने खुद को फिल्म से अलग कर लिया है। उनकी कंपनी टी-सीरीज का नाम पोस्टर और सोशल मीडिया टैग्स के साथ फिल्म के ट्रेलर से भी गायब है।
अब फिल्म को लेकर हो रही तमाम चर्चाओं पर निर्देशक अनुभव सिन्हा ने अपनी बात रखी है। इंडियन एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए अनुभव सिन्हा ने नए ट्रेलर में पीएम मोदी के वॉइस ओवर को हटाए जाने पर कहा, "ट्रेलर में और भी बदलाव हैं। हर फिल्म इस तरह की कई चुनौतियों से गुजरती है। थप्पड़ में मैं अमृता प्रीतम की कविता का इस्तेमाल करना चाहता था। मैं फिल्म रिलीज से एक दिन पहले इसका इस्तेमाल नहीं कर सका, मुझे इसे बदलना पड़ा।"
अनुभव सिन्हा ने आगे कहा, "इससे किसी को फर्क नहीं पड़ा। मुझे रातों-रात एक कविता लिखनी पड़ी, पंजाबी लिप सिंक के साथ। पंजाबी में अमृता प्रीतम के लिप सिंक की बराबरी करने के लिए मुझे एक कविता लिखनी पड़ी, यह ज्यादा दिलचस्प है बजाय इसके कि पीएम मोदी के वॉयस ओवर को क्यों हटाया गया।"
फिल्म के ट्रेलर को लेकर सोशल मीडिया पर ये भी कहा गया कि इसने दर्दनाक विभाजन के समय की परिस्थितियों से तुलना करके लॉकडाउन के समय उत्पन्न हुए संकट को सनसनीखेज बनाने का प्रयास किया। इसके जवाब में अनुभव सिन्हा ने कहा, "इंटरनेट एक तमाशा नहीं है। जिस तरह छोटे शहरों में लोग पान की दुकानों के आसपास जमा हो जाते हैं, उसी तरह ट्विटर पर भी ऐसी चर्चाएं खूब होती हैं। यहां तक कि एलोन मस्क भी मूर्खता की बात करते हैं। जो लोग किसी फिल्म के ट्रेलर से आहत हो जाते हैं उन्हें मैं गंभीरता से नहीं लेता।"
अनुभव सिन्हा ने कहा कि वह अब 'मुल्क' और 'आर्टिकल 15' जैसी प्रशंसित सामाजिक-राजनीतिक फिल्मों के बाद लोगों द्वारा "राष्ट्र-विरोधी" करार दिए जाने के आदी हो गए हैं। अनुभव सिन्हा ने कहा कि यह उन्हें बिल्कुल परेशान नहीं करता है।