महबूबा मुफ्ती की हिरासत तीन महीने के लिए बढ़ाई गई,तो बॉलीवुड डायरेक्टर बोले- शर्म की बात है...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: May 6, 2020 01:46 PM2020-05-06T13:46:23+5:302020-05-06T13:46:23+5:30
महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की हिरासत को 3 महीने तक बढ़ाए जाने को लेकर अब बॉलीवुड डायरेक्टर ओनिर (Onir) का रिएक्शन आया है
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के विरुद्ध जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत उनकी हिरासत की मियाद मंगलवार को तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई। अधिकारियों ने कहा कि इसी तरह पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेशनल कांफ्रेंस के नेता अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के वरिष्ठ नेता और मुफ्ती के रिश्तेदार सरताज मदनी की हिरासत को भी तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
महबूबा मुफ्ती की हिरासत को 3 महीने तक बढ़ाए जाने को लेकर अब बॉलीवुड डायरेक्टर ओनिर (Onir) का रिएक्शन आया है। ओनिर (Onir Twitter) ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
ओनिर (Onir) ने ट्वीट करते हुए कहा, यह शर्म की बात है। भले ही मैं उनकी राजनीति से सहमत हूं या नहीं लेकिन यह अनुचित है। इस तरह से ही यह सरकार अपने एक समय के सहयोगी के साथ व्यवहार करती है। महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की नजरबंदी जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत 3 महीने तक बढ़ा दी है। ओनिर के इस ट्वीट पर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
What A Shame. Irrespective of if I agree to her politics or not , this is unfair ... This is how this govt treats its one time allies .
— Onir (@IamOnir) May 5, 2020
Mehbooba Mufti's Detention Under Public Safety Act Extended By 3 Months https://t.co/OsbD2Tdkvx via @ndtv
महूबबा की हिरासत
पीएसए के तहत हिरासत की अवधि समाप्त होने के कुछ घंटे पहले जम्मू कश्मीर प्रशासन के गृह विभाग ने मुफ्ती की हिरासत बढ़ाए जाने से संबंधित एक संक्षिप्त आदेश जारी किया।
पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त किए जाने के बाद पांच अगस्त को मुफ्ती को हिरासत में लिया गया था। दो ‘उप-जेलों’ में आठ महीने हिरासत में रहने के बाद मुफ्ती को सात अप्रैल को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया था।
मुफ्ती पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष हैं। शुरुआत में उन्हें एहतियातन हिरासत में रखा गया था। बाद में इस साल पांच फरवरी को उन पर जन सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई थी। महबूबा की बेटी इल्तिजा ने अपनी मां को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में फरवरी में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। न्यायालय ने सुनवाई के लिए 18 मार्च की तारीख तय की थी लेकिन कोरोना वायरस फैलने के चलते सुनवाई नहीं हो पाई।