हैप्पी बर्थडे नसीरुद्दीन शाह: 15 साल की उम्र में पहली बार बनाया महिला से सम्बन्ध, आत्मकथा में किया पूरा खुलासा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 20, 2018 08:32 AM2018-07-20T08:32:12+5:302018-07-20T12:10:36+5:30
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को स्पर्श, पार और इकबार के लिए नसीर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है।
आज अभिनेता और रंगकर्मी नसीरूद्दीन शाह का जन्मदिन है। नसीर का जन्म 20 जुलाई 1949 को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हुआ। उनके पिता प्रशासनिक अधिकारी थे। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के छात्र रहे नसीर ने फिल्मी करियर की शुरुआत श्याम बेनेगल की फिल्म निशांत (1975) से की थी। अपने चार दशकों से लम्बे फिल्मी करियर में नसीर ने सार्थक और मनोरंजक दोनों तरह के सिनेमा में अपने आप को स्थापित किया। इस दौरान नसीर ने मंथन, भूमिका, आक्रोश, एल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है, भवानी भवाई, उमराव जान, बाजार, जाने भी दो यारों, कथा, मासूम, अर्थ सत्य, पार, मोहन जोशी हाजिर हो, मिर्च मसाला, तमस, इजाज़त, द्रोहकाल, सरफरोश, इकबाल, ओंकारा, परजानिया, खुदा के लिए, अ वेंसडे, फिराक़, इश्किया और डेढ़ इश्किया जैसी चर्चित फिल्मों में काम किया है। स्पर्श, पार और इकबार के लिए नसीर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है।
साल 2014 में नसीरुद्दीन शाह की ऑटोबॉयोग्राफी 'एंड देन वन डे: अ मेमॉयर' प्रकाशित हुई। अपनी आत्मकथा में नसरी ने बहुत बेबाकी से अपने जीवन के अंतरंग प्रसंगों का उजागर किया है। अपनी जीवनी में नसीर ने अपने पहले यौन अनुभव के बारे में भी बताया है। नसीर ने अपनी आत्मकता के "द गर्ल इन द टेंट एंड द मिरैकल एट सेंट पॉल" अध्याय में लिखा है कि उन्होंने अपने क़स्बे के मौजूद किताब की दुकान पर हेल्थ एंड इफीशिएंसी नामक पत्रिका में महिलाओं की न्यूड तस्वीरें देखीं तो उनकी कल्पना नए दिशा में उड़ान भरने लगी। नसीर ने लिखा है कि वैसी पत्रिकाओं का असर ये हुआ कि वो नग्न महिलाओं के बारे में दिन-रात कल्पना किया करते थे। नसीर ने बहुत ही बेबाकी से बताया कि महिलाओं के बारे में कामुक कल्पनाएँ करने की वजह से कई बार रात में उन्हें स्वप्नदोष हो जाया करता था।
महिलाओं की फैंटेसी और शेक्सपीयर के नाटकों के बीच बड़े हो रहे नसीर एक बार किशनगढ़ गये। नसीर राजस्थान के अजमेर स्थित एक स्कूल में पढ़ते थे। अपने स्कूल से करीब 20 किलोमीटर दूर किशनगढ़ नसीर और उनके दोस्त पिकनिक बनाने गये थे। नसीर और उनके दोस्तों ने किशनगढ़ में नटों के डेरे देखे। नटनियों के बारे में माना जाता था कि वो नाच-गाकर जीविका कमाने के अलावा देह-व्यापार भी करती हैं। नसीर और उनके मीर नाक दोस्त ने तय किया कि वो नटनियों के टेंट में जाएँगे। नसीर और उनके दोस्त के पास कुल पाँच रुपये थे। नसीर के दो दोस्तों गिरीश और जेआर ने नटनियों के टेंट में जाने से मना कर दिया था।
नसीर और मीर तय योजना के अनुसार नटियों के टेंट में पहुँच गये। मीर ने टेंट में जाकर भाव-ताव किया। उसने बाहर आकर नसीर को बताया कि "दोनों के दो-दो रुपये लगेंगे।" नसीर ने आत्मकथा में लिखा है, "15 साल की उम्र में मैं सेक्स के बारे में उतना ही जानता था जितना टेड मार्क की किताबों में लिखा था...।" सौदा तय हो जाने के बाद दो नौजवान लड़कियों को नसीर और मीर के पास भेजा गया। लेकिन दोनों को एक ही लड़की पसन्द आयी। नसीर और मीर ने आपस में तय किया कि कौन किसके साथ जाएगा ये लड़कियों को तय करने दिया जाए और फिर उन्होंने ऐसा ही किया। उस लड़की के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के बाद नसीर ने जो महसूस किया उसे उन्होंने इन शब्दों में बयाँ किया है, "दुनिया वही थी लेकिन मैं बदला हुआ महसूस कर रहा था। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैं खुद को बालिग महसूस कर रहा था। ये ऐसा अनुभव था जैसे सारे अभिनय को एक कैप्सुल में बन्द कर के दे दिया जाए।"
नसीरुद्दीन शाह का जन्मदिन 20 जुलाई को मनाया जाता है लेकिन उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि उनके माता-पिता को भी यह पक्का नहीं पता था कि उनका जन्म किस साल में हुआ था। नसीर ने लिखा है कि उनका जन्म जुलाई 1949 में हुआ है या अगस्त 1950 में यह साफ नहीं है। नसीर के पिता ने स्कूल में उनका जन्मवर्ष 1950 लिखाया। स्कूल में उनकी जन्मतिथि पहले 20 जुलाई थी जिसे बाद में बदलकर 16 अगस्त कर दिया गया।
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