उद्धव ठाकरे पर कंगना रनौत ने साधा निशाना, कहा- 'शिवसेना को भगवान शिव भी नहीं बचा सकते जब वो...'
By मनाली रस्तोगी | Published: June 30, 2022 01:37 PM2022-06-30T13:37:09+5:302022-06-30T13:42:08+5:30
वीडियो शेयर करते हुए एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कैप्शन में लिखा, "जब पाप बढ़ जाता है, तो सर्वनाश होता है और उस के बाद सृजन होता है। जीवन का कमल खिलता है।" वहीं, शेयर किए गए वीडियो में कंगना रनौत को खुद देखा जा सकता है।
मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंपा। वहीं, अब ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौतमहाराष्ट्र में जारी इस सियासी संकट पर बयान देती हुई नजर आईं। एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा।
वीडियो शेयर करते हुए एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा, "जब पाप बढ़ जाता है, तो सर्वनाश होता है और उस के बाद सृजन होता है। जीवन का कमल खिलता है।" वहीं, शेयर किए गए वीडियो में कंगना रनौत को खुद देखा जा सकता है। वीडियो में कंगना ने कहा कि 1975 के बाद से भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में वर्तमान समय सबसे महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि साल 2020 में मैंने कहा था कि लोकतंत्र आस्था के बारे में है। और जो कोई सत्ता के नशे में धुत होकर लोगों का विश्वास तोड़ेगा, उसका अभिमान भी अवश्य टूटेगा। और यह विशेष रूप से किसी की शक्ति नहीं है, बल्कि चरित्र की शुद्धता वाले व्यक्ति की है। शिवसेना के शासनकाल के अंत के बारे में कंगना ने कहा कि हनुमान जी को भगवान शिव का 12वां अवतार माना जाता है। और जब शिवसेना स्वयं हनुमान चालीसा पर प्रतिबंध लगाती है, तो स्वयं शिव भी उन्हें नहीं बचा सकते। हर हर महादेव। जय हिंद, जय महाराष्ट्र।
बता दें कि कंगना रनौत ने इससे पहले 2020 में उद्धव ठाकरे को 'भाई-भतीजावाद का सबसे बुरा प्रोडक्ट' कहा था। मुंबई की आलोचना करने के लिए उद्धव ठाकरे द्वारा उन पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किए जाने के बाद उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था, "आपको खुद पर शर्म आनी चाहिए मुख्यमंत्री जी, एक लोक सेवक होने के नाते आप छोटे-छोटे झगड़ों में लिप्त हैं, अपनी शक्ति का उपयोग करके उन लोगों का अपमान और क्षति करते हैं जो आपसे सहमत नहीं हैं, आप उस कुर्सी के लायक नहीं हैं जो आपने खेलकर हासिल की है। गंदी राजनीति। शर्म।"