भाषा विवाद: हिंदी को राष्ट्रभाषा समझते थे जावेद जाफरी, जानकारी हासिल करने के बाद पता चली सच्चाई
By मनाली रस्तोगी | Published: May 6, 2022 05:56 PM2022-05-06T17:56:29+5:302022-05-06T17:58:00+5:30
जावेद जाफरी का हिंदी के राष्ट्रभाषा होने पर बयान सामने आया है। एक इंटरव्यू के दौरान जाफरी ने कहा कि इससे पहले उन्हें भी यही लगता था कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, जबकि ऐसा नहीं है।
मुंबई: कन्नड़ एक्टर किच्चा सुदीप और बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के बीच हिंदी को लेकर भाषा विवाद छिड़ा हुआ है। यह विवाद इतना बढ़ गया कि कई सितारें इसपर अपनी राय रखते हुए नजर आए। वहीं, अब जावेद जाफरी का हिंदी के राष्ट्रभाषा होने पर बयान सामने आया है। इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू के दौरान जाफरी ने कहा कि इससे पहले उन्हें भी यही लगता था कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, जबकि ऐसा नहीं है।
जावेद जाफरी ने कहा कि उन्होंने इसके बारे में पढ़ा और राष्ट्रीय भाषा की तलाश की। तब उन्हें एहसास हुआ कि संविधान किसी भी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं देता है। अपनी बात को जारी रखते हुए जावेद ने कहा कि 22 आधिकारिक भाषाएं हैं, जिनमें से असमिया, बंगाली, हिंदी, मराठी, गुजराती, उर्दू और सिंधी आधिकारिक भाषाएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि बात विविधता में एकता की है और यह भारत की सुंदरता थी और है।
उन्होंने कहा कि इतने सारे धर्म हैं लेकिन कोई राष्ट्रीय धर्म नहीं है, कोई राष्ट्रभाषा नहीं है। बताते चलें कि जावेद जाफरी से पहले अजय देवगन और किच्चा सुदीप के बीच हिंदी के राष्ट्रभाषा होने को लेकर छिड़े विवाद पर कंगना रनौत, सोनू सूद, राम गोपाल वर्मा, मनोज बाजपेयी और अन्य सितारों के बयान सामने आ चुके हैं। वहीं, जावेद जाफरी के वर्कफ्रंट की बात करें तो वो एस्केप लाइव में नजर आएंगे। इसमें सिद्धार्थ और वलूचा डी सूसा भी हैं।