बर्थडे स्पेशल: इस कारण से क्रिकेटर नहीं बन पाए इरफान खान, जानें छोटे पर्दे से बॉलीवुड तक का शानदार सफर
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 7, 2019 01:11 PM2019-01-07T13:11:56+5:302019-01-07T13:12:36+5:30
अभिनय के लिए ना सिर्फ बॉलीवुड में बल्कि हॉलीवुड तक अपनी अलग पहचान रखने वाले अभिनेता इरफान खान का आज जन्म दिन है।
अभिनय के लिए ना सिर्फ बॉलीवुड में बल्कि हॉलीवुड तक अपनी अलग पहचान रखने वाले अभिनेता इरफान खान का आज जन्म दिन है। इरफान न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी से जुझ रहे हैं।बीमारी के ठीक पहले उनकी तीन फिल्में रिलीज हुई. ब्लेकमेल, कारवां और करीब- करीब सिंगल पर्दे पर रिलीज हुई। इरफान खान एक ऐसे भारतीय अभिनेता जो बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में अपने अभिनय का परचम लहरा चुके हैं। इरफान खान ने हर वर्ग के दर्शकों को प्रभावित किया है। इरफान खान का जन्म 7 जनवरी 1967 को जयपुर के एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है। उनके पिता टायर का व्यापार करते थे। आइए आज इरफान के जन्मदिन पर उनके कुछ अनछुए किस्सों से रूबरू होते हैं-
- पठान परिवार के होने के बावजूद इरफान बचपन से ही शाकाहारी हैं। उनके पिता उन्हें हमेशा यह कहकर चिढ़ाते थे कि पठान परिवार में ब्राह्मण पैदा हो गया।
-इरफान खान का शुरुआती दौर संघर्षों से भरा था। जब उनका एनएसडी में प्रवेश हुआ और उन्हीं दिनों उनके पिता की मृत्यु हो गई। जिसके बाद इरफान को घर से पैसे मिलने बंद हो गए। जिसके बाद एनएसडी से मिलने वाली फेलोशिप के जरिए उन्होंने अपना कोर्स खत्म किया।
-इरफान ने जब सुतपा सिकंदर (इरफान की पत्नी) से शादी का फैसला किया तो वो उनके लिए धर्म बदलने के लिए भी तैयार हो गए थे लेकिन सुतपा के घरवाले दोनों की शादी के लिए तैयार हो गए। जिसके बाद इरफान को धर्म बदलने की जरूरत नहीं पड़ी।
- इरफान खान ने अपने 28 साल के फिल्मी करियर में कई यादगार फिल्मों में काम किया है। बॉलीवुड के साथ-साथ इरफान हॉलीवुड में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने हॉलावुड में 'जुरासिक वर्ल्ड' और 'स्पाइडर मैन' जैसी फिल्मों में काम किया है।
- बहुत कम ही लोगों को पता है इरफान क्रिकेटर बनना चाहते थे।वह जयपुर के चौगान स्टेडियम में क्रिकेट की प्रैक्टिस करते थे। एक बार उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था,'मैं अपने पड़ोस में और चौगान स्टेडियम में जाकर क्रिकेट खेलने में खूब रुचि लेता था और बड़ा होकर क्रिकेटर ही बनना चाहता था। क्रिकेट में मेरी प्रैक्टिस भी खूब अच्छी थी। लेकिन उनके घरवालों को नहीं पसंद खा कि वह क्रिकेट खेलें
-इरफान खान को फिल्म 'पान सिंह तोमर' के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 2011 में भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।
-90 के दशक में गुलजार साहब। दूरदर्शन के लिए एक सीरियल बना रहे थे-किरदार। जिसमें ओमपुरी के साथ उन्होने दमदार अभिनय पेश किया।
- स्टार प्लस पर का शो एक शाम की मुलाकात, जिसमें भी इरफान खान भी अहम भूमिका में थे, ये सीरियल, गुजराती लेखक चंद्रकांत देसाई की कहानी- एक सांझ नी मुलाकात पर आधारित था। इसे तिग्मांशु धूलिया ने डायरेक्ट किया था। वही तिग्मांशु जिन्होंने बाद में इरफान को लेकर हासिल, पान सिंह तोमर जैसी फिल्म बनाई।