गीतकार जावेद अख्तर पर दर्ज हुआ केस, तालिबान से की थी RSS की तुलना
By अनिल शर्मा | Published: September 6, 2021 09:17 AM2021-09-06T09:17:58+5:302021-09-06T09:23:11+5:30
बातचीत में जावेद अख्तर ने कहा कि हिंदू संगठन जिन विचारधाराओं का पालन करते हैं, वे तालिबान से अलग नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'उन्हें तालिबान की तरह अल्पसंख्यकों से कोई प्यार नहीं है। वे चाहते हैं कि तालिबान की तरह महिलाएं घर में रहें। दोनों के बीच क्या अंतर है?
मुंबईः तालिबान की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से करने पर बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर के खिलाफ 4 सितंबर को शिकायत दर्ज की गई है। अधिवक्ता आशुतोष जे. दुबे द्वारा मानखुर्द पुलिस स्टेशन में दायर शिकायत में ग्रेटर मुंबई पुलिस से मामले का संज्ञान लेने और अख्तर के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।
गौरतलब है कि 3 सितंबर को एनडीटीवी के एक शो के दौरान जावेद अख्तर ने कहा कि आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल का समर्थन करने वालों की मानसिकता तालिबान जैसी ही है। उन्होंने कहा, 'जिस तरह तालिबान एक मुस्लिम राष्ट्र बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उसी तरह कुछ लोग हमारे सामने हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पेश करते हैं। उन्होंने आगे कहा, "इन लोगों की मानसिकता एक जैसी है। तालिबान हिंसक हैं। जंगली हैं। लेकिन आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का समर्थन करने वाले लोगों की मानसिकता एक जैसी है।
I have filed the complaint against #JavedAkhtar with the @MumbaiPolice for intentionally outranging to the RSS, VHP, and Bajrang Dal.
— ADV. ASHUTOSH J. DUBEY🇮🇳 (@AdvAshutoshDube) September 4, 2021
Javed Akhtar called RSS, VHP, and Bajrang Dal supporters Talibani's!
A complaint has been lodged with Javed Akhtar's residential police station. pic.twitter.com/2fTbhICJa7
बातचीत में जावेद अख्तर ने आगे कहा कि हिंदू संगठन जिन विचारधाराओं का पालन करते हैं, वे तालिबान से अलग नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'उन्हें तालिबान की तरह अल्पसंख्यकों से कोई प्यार नहीं है। वे चाहते हैं कि तालिबान की तरह महिलाएं घर में रहें। दोनों के बीच क्या अंतर है? वे कहते हैं कि उनकी धार्मिक आस्था से बढ़कर कोई कानून नहीं है, ऐसा तालिबान कहते हैं। आप उनसे कैसे अलग हैं?'