पुण्यतिथि विशेष: मीना कुमारी एक अदाकारा जिनका उम्र भर मुश्किलों ने दामन न छोड़ा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 31, 2019 11:08 AM2019-03-31T11:08:31+5:302019-03-31T11:09:12+5:30
फिल्म 'फरज़द-ए-हिंद' में वे बेबी मीना के नाम से पहली बार दिखीं। इसके बाद कई फिल्मों में नजर आईं लेकिन उन्हें स्टार बनाया 1952 में आई फिल्म 'बैजू बावरा' ने।
अमन गुप्ता
बॉलीवुड में ट्रेजडी क्वीन के नाम से मशहूर मीना कुमारी मजबूरन फिल्मों में आई थीं। वे पढ़ना चाहती थीं लेकिन परिवार की माली हालत ठीक न होने की वजह से उन्हें महज सात साल की उम्र से फिल्मों में करना शुरु करना पड़ा।
फिल्म 'फरज़द-ए-हिंद' में वे बेबी मीना के नाम से पहली बार दिखीं। इसके बाद कई फिल्मों में नजर आईं लेकिन उन्हें स्टार बनाया 1952 में आई फिल्म 'बैजू बावरा' ने। इस फिल्म के लिए मीना कुमारी को बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला था। ये अवार्ड पाने वाली वे पहली अभिनेत्री थीं। यहां से उनका फिल्मी करियर का ग्राफ ऊपर चढ़ने लगा और फिर ऐसे तमाम अवार्ड उनकी झोली में आते ही रहे।
डायरेक्टर कमाल अमरोही से प्यार
1952 में ही उन्हें अपनी उम्र से 15 साल बड़े और पहले से शादीशुदा डायरेक्टर कमाल अमरोही से प्यार हो गया। शादी भी हुई लेकिन ये रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चल सका और 4 साल बाद ही दोनों ने तलाक ले लिया। इसी बीच उनकी नजदीकियां धर्मेंद्र से हो गईं। दोनों के रोमांस की खबरें भी आईं लेकिन इस रिश्ते की मियाद भी बहुत कम रही।
धर्मेंद्र के जाने के बाद मीना कुमारी बुरी तरह टूट गईं। बीमार भी रहने लगीं। उनके डॉक्टर ने उन्हें नींद लाने के लिए एक पैग ब्रांडी पीने की सलाह दी। और यही सलाह उन पर भारी पड़ गई। मीना कुमारी को शराब की ऐसी लत लग गई कि वे बिना जान पहचान वाले मर्दों की महफिल में भी अकेले बैठकर शराब पी लिया करतीं।
मुश्किलों भरा जीवन
मीना ने बीच में एक दौर ऐसा भी देखा जब उन्हें खाने तक के पैसे जुटाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। मीना कुमारी ने अपने करिअर के दौरान जो बुंलदियां हासिल कीं। अपनी निजी जिंदगी में उतनी ही मुश्किलों का सामना भी किया। बीमारी की हालत में भी वे फिल्में करती रहीं लेकिन दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही तबियत की वजह से 31 मार्च 1972 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।